
इस बार दिल्ली में 350 से अधिक स्थानों पर रामलीला का आयोजन किया जा रहा है। कुछ इतने लोकप्रिय हो गए हैं कि दिल्ली ही नहीं बल्कि आसपास के राज्यों से भी लोग आते हैं। इनकी शुरुआत भी नवरात्रा से हुई है। रामलीला की शुरुआत कहीं गणेश वंदना के साथ तो कहीं सुंदरकांड के पाठ और भक्ति गीतों पर उत्कृष्ट प्रस्तुति के साथ हुई। रामलीला को लेकर श्रद्धालुओं में भी काफी उत्साह देखा जा रहा है, इसलिए समय से पहले ही दर्शक रामलीला स्थल पर पहुंच गए ताकि भव्य शुरुआत को देख सकें।
गणेश पूजा से हुई शुरूआत
यही कारण था कि लाल किला मैदान में गणेश पूजा के साथ सुप्रसिद्ध प्रेम-कुश रामलीला की शुरुआत हुई। केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी और असम के राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया भी इस दौरान उपस्थित थे। लव-कुश रामलीला कमिटी के अध्यक्ष अर्जुन कुमार ने एबीपी लाइव को बताया कि काशी और मथुरा के विद्वान पंडितों ने हवन-पूजन सहित भूमि-पूजन करके रामलीला की शुरुआत की। उन्हें बताया कि आज गणेश पूजा से शुरू हुई लीला में शिव-पार्वती की कहानी, नारद का मोह और रावण-वेदवती की बातचीत शामिल थी। जिनके किरदारों को मुंबई फ़िल्म इंडस्ट्री के प्रसिद्ध अभिनेताओं ने जीवंत बनाया। श्री धार्मिक लीला कमेटी ने लाल किला के पास माधवदास पार्क में एक और रामलीला का आयोजन किया है। श्री गणेश वंदना से शुरुआत हुई है। गणेश भगवान की एक दंतकथा भी इस मौके पर सुनाई गई। गणेश पूजा के बाद, आयोजक कमिटी के महासचिव धीरज धर गुप्ता ने बताया कि इसके उद्घाटन समारोह में शिव-पार्वती संवाद, नारद तपस्या को खंडित करने के लिए कामदेव को जानें, नारद-विष्णु संवाद, सिन्द्र रूप मांगने, विष्णु को श्राप देने, रावण, कुंभकर्ण और विभीषण तपस्या का भी मंचन हुआ। श्री नवयुवक रामलीला कमेटी ने कश्मीरी गेट पर रामलीला मंचन का शुभारंभ गणेश वंदना से किया। लीला का प्रारंभ हुआ, रावण की तपस्या हुई, नारद का मोह हुआ, फिर श्री राम का जन्म हुआ। लीला में राम का जन्म होते ही पूरा स्थल जय श्रीराम के नारों से भर गया। प्रमुख अतिथिओं में सरदार राजा इकबाल सिंह, पूर्व निगम पार्षद हर्ष शर्मा चिंटू और प्रतिपक्ष के नेता भी शामिल थे। जत्थेदार अवतार सिंह और राजपूत ने अतिथियों का स्वागत किया।
पीतमपुरा में होगा रामलीला आयेजन
इस बार पीतमपुरा में भी रामलीला का आयोजन किया गया है, जो बहुत अलग और आधुनिक ढंग से लोगों के सामने प्रस्तुत किया जा रहा है। श्री केशव रामलीला कमेटी ने इस पूरे रामलीला मंचन को सुंदर ढंग से बनाया है। डेढ़ सौ फीट के मंच पर लोग न केवल रामलीला देख सकेंगे, बल्कि शिखर सम्मेलन के मंच, द्वार और अन्य सुविधाओं का भी अनुभव ले सकेंगे। श्री केशव रामलीला कमेटी के अध्यक्ष अशोक गोयल देवराह ने कहा कि आज की तकनीक से लीला का मंचन किया जा रहा है।
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