राखी बांध भावुक हुआ आईटीबीपी जवान, आइटीबीपी कैंप में राखी बांधने पहुंची एक महिला
भाई और बहन के अटूट प्रेम का प्रतीक, रक्षाबंधन, आज देश भर में खुशी के साथ मनाया गया। हर बहन ने अपने भाई की कलाई में राखी बांधकर उसके दीर्घायु की कामना की, और भाइयों ने भी बहन की रक्षा का वचन दिया। उत्तराखंड से एक ऐसी तस्वीर सामने आई, जो सबके लिए एक आईना है। यहाँ आईटीबीपी की आठवीं वाहिनी है और हजारों जवान यहाँ तैनात हैं, जिन्हें हिमवीर कहा जाता है। वे भारत तिब्बत सीमा पर कठिनाइयों के बावजूद भी सुरक्षा में तैनात रहते हैं, और जो घर नहीं जा पाते हैं। इस त्योहार को भी वे यहीं मनाते हैं।
बता दें इस अद्भुत पल में, गौचर कैंप में एक महिला शिक्षिका ने आचानक आईटीबीपी के जवानों की कलाई पर राखी बांधने का काम किया। इस सूचना के साथ ही, जवानों को एक ऐसा अहसास हुआ कि वे अपने घर में हैं। महिला ने जैसे ही आईटीबीपी के जवान की कलाई पर राखी बांधी, जवान की आंखों में भरी भावनाएँ उमड़ आईं और वह रोने लगे। यह पल उन जवानों के लिए एक विशेष अनुभव बन गया, जैसे वे अपने घर में हों।
दरअसल रेखा चौधरी गोचर में एक शिक्षिका है और आज रक्षाबंधन के दिन उनके भाई उनसे राखी बनवाने गोचर पहुंचे और जैसे ही वह आईटीबी की कैंप के पास से गुजरी तो उन्हें एहसास हुआ कि यह जवान जो हमारे रक्षा पर 24 घंटे तैनात रहते हैं उनकी कलाई सुनी है तो क्यों ना उनकी कलाई पर भी एक राखी बांध दी जाए तभी महिला शिक्षिका रेखा चौधरी ड्यूटी पर तैनात जवानों की कलाई पर राखी बांधने पहुंच गई और जैसे ही रेखा चौधरी ने आईटीबीपी के जवानों की कलाई पर राखी बांधी तो जवान रोने लगे उनकी आंखें भर आईं। इतना ही नहीं रेखा चौधरी ने जवानों की आरती उतारी और मिठाई भी खिलाई इस पल हो देखकर कर्नाटक के रहने वाले हैड कॉन्स्टेबल जगदीश को भी अपने परिवार की याद आई और वे फफक फफक कर रोने लगे।
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