UP Election: अमरोहा में Rajnath Singh ने फूंका चुनावी बिगुल, बोले- लाल पोटली भी सपा को डूबने से नहीं बचा सकती

यूपी विधानसभा चुनाव 2022: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 (UP Vidhansabha Chunav 2022) के रण में सभी पार्टियां पूरा जोर लगा रही है। वहीं भाजपा (BJP) भी UP में अपना पूरा दम लगा रही है। इसी क्रम में यूपी के अमरोहा (Amroha) में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने आज जनसभा को संबोधित किया।
जब होगा क़ानून का शासन तो विकास करेगा योगासन
जनसभा को संबोधित करते हुए राजनाथ सिंह (Defense Minister Rajnath Singh) ने कहा जब से योगीजी (Yogiji) की सरकार आयी है, गुंडे बदमाशों ने बाहर घूमने के बजाय जेल में रहना बेहतर समझा है। विकास की पहली शर्त होती है अच्छी क़ानून व्यवस्था जो यहाँ क़ायम हुई है। सपा के हालात इतने ख़राब हो गए हैं कि उसने लाल पोटली का सहारा लिया है। डूबते को तिनके का सहारा चाहिए मगर यह लाल पोटली भी सपा (SP) को डूबने से नहीं बचा सकती। जब होगा क़ानून का शासन तो विकास करेगा योगासन।
इस चुनाव में सपा भी पूरी तरह डूबने जा रही
अमरोहा में Rajnath Singh बोले सपा की हालत इतनी खराब हो चुकी है कि अब अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) अपने हाथ में लाल पोटली लेकर घूम रहे हैं। जो डूबता है उसके लिए तिनके का सहारा ही काफी होता है। इस चुनाव में सपा भी पूरी तरह डूबने जा रही है इसलिए उन्होंने लाल पोटली का सहारा ले लिया है। उत्तर प्रदेश में विकास 84 में से 83 आसन कर रहा है, एक आसन शीर्षासन विपक्ष के लिए छोड़ दिया है।
हम राजनीति में विश्वास का संकट पैदा नहीं होने देंगे
रक्षामंत्री Rajnath singh ने कांठ विधानसभा (kaanth vidhaanasabha) क्षेत्र में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि हमने जो भी कहा करके दिखाया है। हम राजनीति में विश्वास का संकट पैदा नहीं होने देंगे। हमने भारत के स्वाभिमान के साथ न कभी समझौता किया है और न कभी करेंगे। किसानों के प्रति हमारी सरकार बेहद संवेदनशील है। मैं यह बात दावे से कह सकता हूँ कि MSP पर सर्वाधिक ख़रीद हमारी सरकार ने की है। अभी पेश किए गए बजट में भी (MSP) पर ख़रीद के लिए दो लाख करोड़ करोड़ रुपए से अधिक की व्यवस्था की है।
आगे उन्होनें कहा हमारे मनीषियों ने वसुधैव कुटुम्बकम का संदेश दिया है। यानि हम लोगों ने सिर्फ भारत की सीमाओं में रहने वालों लोगों को ही अपने परिवार का सदस्य नही माना है बल्कि पूरे विश्व की धरा पर रहने वालें लोगों को अपने परिवार का सदस्य माना है। हमारा बुलडोज़र वाला बाबा जहां कोई गड़बड़ करता है बुलडोज़र छोड़ देता है। वहाँ बने महल तोड़ कर ग़रीबों के लिए मकान बना दिए जाते हैं।