Kejriwal ने क्यों बताया देश के 80 प्रतिशत स्कूलों को ‘कबाड़खाना’ ?, जानें

अरविंद केजरीवाल (Kejriwal) शिक्षा को लेकर एक बार फिर से मोदी सरकार को घेरते दिख रहे हैं। वैसे आमतौर पर ये तो देखा गया है कि दिल्ली के सरकारी स्कूल(Government School) अन्य राज्यों से बेहतर हैं। इसी को राजनीतिक हथियार बनाकर केजरीवाल मोदी समेत भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री को लगातार घेरने का काम करते हैँ। इसी कड़ी में उन्होंने मोदी को एक पत्र लिखकर देश के स्कूलों की हालातों के बारे में बताया है।
उन्होंने एक पत्र में साफ तौर पर लिखा है कि देश के 80 फीसदी से ज्यादा सरकारी स्कूल कबाड़खाने से भी बदत्तर हैं। यह बात दिल्ली के मुख्यंमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखी एक चिट्ठी में कही है। मिली जानकारी के हिसाब से ये पत्र बुधवार को लिखा गया है । आपको बता दें कि हाल ही में प्रधानमंत्री मोदी ने 14,500 स्कूलों को आधुनिक करने की बात कही थी, उसका जबाव देते हुए केजरीवाल ने तंज कसते हुए कहा कि ये मात्र एक समुद्र की बूंद के बराबर है। उन्होंने ये भी कहा कि देश के 10 लाख से अधिक स्कूलों की हालत बहुत खराब है उन पर काम होना चाहिए।
18 करोड़ सरकारी स्कूल हैं कबाड़खाना
केजरीवाल ने एक प्रेस वार्ता में कहा कि देश में 27 करोड़ बच्चे स्कूल जाते हैं, उसमें से 18 करोड़ बच्चे सरकारी स्कूल में जातें हैं, लेकिन अगर सच बात की जाए तो दिल्ली के अलावा हर राज्य की इस मामलों में हालत बहुत खस्ता है। उन्होंने ये भी कहा कि अगर इसी तरह से स्कूलों को सुधारने का काम चला तो 100 साल से भी ज्यादा लग जाएंगे। उन्होंने इसकी वजह बताई राज्य सरकारों के प्रति उदासीनता और नेताओं के अंदर व्याप्त बेईमानी का स्वभाव