
Pannu case : RAW के पूर्व अधिकारी विकास यादव अमेरिका में मोस्ट वांडेट घोषित कर दिया गया है. उन पर आरोप है कि उन्होंने खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश रची थी. इसमें उनके साथ निखिल गुप्ता नाम का शख्स भी शामिल था. बता दें कि विकास यादव को ऑरिजनल चार्जशीट में CC-1 कहा गया था.
आरोप में बताया मुख्य साजिशकर्ता
आरोप है कि पन्नू के बारे में सारी जानकारी विकास यादव ने ही निखिल गुप्ता को उपलब्ध करवाई थीं. शुक्रवार को अमेरिका डिपार्टमेंट ऑफ जस्टिस ने विकास यादव पर पन्नू की हत्या का मुख्य साजिशकर्ता और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप लगाए थे. इससे पहले विदेश मंत्रालय ने यह स्पष्ट कर दिया था कि विकास अब भारत सरकार का कर्मचारी नहीं है.
पन्नू को प्राप्त है अमेरिका नागरिकता
अमेरिकी अटॉर्नी जनरल मेरिक बी गारलैंड ने कहा था, ‘आरोप दर्शाते हैं कि न्याय विभाग अमेरिकियों को निशाना बनाने, उन्हें खतरे में डालने और उन अधिकारों को कमजोर करने के प्रयासों को बर्दाश्त नहीं करेगा, जिनका हर अमेरिकी नागरिक हकदार है.’ बता दें कि आतंकी पन्नू को अमेरिका और कनाडा की नागरिकता प्राप्त है.
क्या है मामला
बता दें कि पिछले साल नवंबर में फाइनेंशियल टाइम्स ने अपनी एक रिपोर्ट में इस बात का दावा किया था कि पन्नू को मारने की साजिश अमेरिका में रची गई थी. बता दें कि भारत ने पन्नू को आंतकी घोषित किया हुआ है. वहीं पन्नू को अमेरिका की नागरिकता भी प्राप्त है. इस रिपोर्ट के बाद न्यूयॉर्क डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में एक मामला दर्ज किया गया. इसमें आरोप लगा कि एक अज्ञात भारतीय सरकारी अधिकारी और निखिल गुप्ता नाम के शख्स ने पन्नू की हत्या की साजिश रची.
निखिल गुप्ता को किया जा चुका है गिरफ्तार
इस मामले में चेक रिपब्लिक में निखिल गुप्ता को गिरफ्तार किया गया था जिसे प्रत्यार्पण के बाद अमेरिका लाया गया. वह अमेरिकी जेल में है. रिपोर्ट में कहा गया कि एक अज्ञात सरकारी अधिकारी ने ही निखिल गुप्ता को पन्नू की हत्या के लिए हायर किया था. निखिल को इस मामले में एक सुपारी किलर की तलाश थी. लेकिन इस मामले में निखिल ने जिसे सुपारी किलर समझकर कॉन्टेक्ट किया असल में वो अमेरिका सरकार का खुफिया एजेंट था. हत्या के लिए एक लाख डॉलर (लगभग 83 लाख भारतीय रुपये) की रकम तय की गई. उसे 15 हजार डॉलर एडवांस भी दिया गया.
विकास पर ये लगाए आरोप
गुरुवार को अमेरिकी अभियोजकों ने पन्नू की हत्या की नाकाम साजिश में विकास यादव का नाम सामने लाया. उस पर मर्डर-फॉर-हायर और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप लगाए गए. वहीं अमेरिका अभियोग में जांचकर्ताओं का दावा है कि निज्जर हत्याकांड और पन्नू की हत्या की साजिश में सीधा संबंध है. 18 जून को कनाडा के सरे में गुरु नानक सिख गुरुद्वारे के बाहर निज्जर की हत्या के बाद, CC1 (विकास यादव) ने निखिल गुप्ता को निज्जर के शव का एक वीडियो भेजा था. यह स्पष्ट नहीं हुआ कि यह वीडियो विकास के पास कैसे आया.
अमानत रखा हुआ था नाम
अमेरिका अधिकारियों ने कहा कि विकास आरएडब्ल्यू(RAW) के अधिकारी थे. उन्होंने अपना झूठा नाम अमानत रखा हुआ था. वहीं भारतीय विदेश मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि केस में जिनके नाम हैं वो भारत सरकार के लिए काम नहीं करते.
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