यूरोप में कोरोना संक्रमण की नई लहर का प्रकोप जारी, विश्व स्वास्थ्य संगठन ने व्यक्त की चिंता

नई दिल्लीः दुनियाभर में जारी जानलेवा कोरोना वायरस का प्रकोप अभी खत्म नहीं हुआ है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने यूरोप में कोरोना संक्रमण की नई लहर के जोर पकड़ने पर चिंता जताई है। मालूम हो कि संगठन के क्षेत्रीय निदेशक डॉ. हंस क्लुर्ज़ ने चेतावनी देते हुए जानकारी दी है कि अगर तुरंत कार्रवाई नहीं की गई तो यह संक्रमण मार्च तक पांच लाख से अधिक लोगों की मौत का कारण बन सकता है।
इसके साथ ही उनका कहना है कि कोरोना वायरस से बचने के लिए एंटी कोविड वैक्सीन लगवाने, मास्क पहनने और आने-जाने के लिए कोविड पास का इस्तेमाल करने से स्थिति से निपटने में मदद मिल सकती है। अगर नीदरलैड के बारे में बात करें तो यहां कोरोना वायरस के संक्रमितों की संख्या बढ़ने के साथ ही लोग लॉकडाउन के नये नियमों का विरोध कर रहे है।
मालूम हो कि वहां कोरोना मरीजों की संख्या में जबरदस्त वृद्धि हो रही है जिससे ध्यान में रखते हुए पिछले शनिवार से तीन सप्ताह का आंशिक लॉकडाउन लगाया गया था। इस दौरान वाकी अन्य जगहों पर जैसे ऑस्ट्रिया (Austria), क्रोएशिया (Croatia) और इटली (Italy) में भी कोरोना वायरस के खिलाफ जारी नये प्रतिबंधों के चलते वहां हजारों प्रदर्शनकारी सड़कों पर निकल आए।
वहीं ऑस्ट्रिया की राजधानी वियना में सरकार की ओर से नये राष्ट्रीय लॉकडाउन की घोषणा और फरवरी 2022 तक टीका लगाना अनिवार्य किये जाने के बाद हजारों लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया। सार्वजनिक क्षेत्र के श्रमिकों के लिए टीके अनिवार्य बनाने के खिलाफ क्रोएशिया की राजधानी ज़ाग्रेब में हजारों लोगों ने मार्च किया। जबकि इटली में भी अनिवार्य ग्रीन पास सर्टिफिकेट के विरोध में हजारों लोगों ने हिस्सा लिया।