जेपीसी सदस्यों को सौंपी गई 18,000 पन्नों की रिपोर्ट, पहली बैठक में क्या हुआ ?

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One Nation One Election : एक देश, एक चुनाव को लेकर जेपीसी की पहली बैठक हुई। समिति के सदस्यों ने अपनी बात रखी। सत्ता पक्ष के सांसदों ने इसके पक्ष में तर्क दिए। विपक्षी सांसदों ने भी सरकार से सवाल किए। इसके साथ ही सांसदों को 18 000 पन्नों के दस्तावेजों वाला सूटकेश भी दिया गया। इससे जुड़ी जानकारी दी गई।

समिति के सदस्यों से कहा गया कि इसमें सारे दस्तावेज हैं, यह बिल लागू कैसे होगा ? इस बिल को लाने की वजह भी बताई गई है। इससे जुड़ी हुई जानकारियां भी हैं। ऐसे तमाम दस्तावेज सौंपे गए हैं। बैठक खत्म होने के बाद समिति के सदस्य सूटकेस के साथ दिखाई दिए। एक तस्वीर संजय सिंह ने एक्स पर तस्वीर शेयर की है।

सूत्रों के मुताबिक, प्रियंका गांधी ने एक देश एक चुनाव पर कहा कि सरकार को यह बताना चाहिए, अगर देश में सारे चुनाव एक साथ कराए जाएंगे तो पैसे की बचत कैसे होगी। देश में चुनाव एक साथ होंगे तो क्या ईवीएम उपलब्ध हैं।

सूत्रों के मुताबिक, कुछ सांसदों ने बिल का पक्ष लिया। उनका कहना था कि 1967 तक देश में एक साथ चुनाव होते थे। साथ ही यह भी कहना है कि 1967 तक राज्यों के अधिकार छीनने वाला कानून था। आपत्ति दर्ज की जा है।

लोकसभा से 27 और राज्यसभा से 12

जानकारी के लिए बता दें कि समिति में लोकसभा से 27 और राज्यसभा से 12 सदस्य हैं। इसमें शिवसेना से श्रीकांत शिंदे, तृणमूल कांग्रेस से कल्याण बनर्जी, जनता दल (यूनाइटेड) से संजय झा, कांग्रेस से प्रियंका गांधी, आम आदमी पार्टी (AAP) से संजय सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, संबित पात्रा, मनीष तिवारी, और पुरुषोत्तम रूपाला, अनिल बलूनी, बांसुरी स्वराज शामिल हैं। पहले समिति की सदस्य संख्या 31 रखी गई थी। इसको बढ़ाकर 39 की गई, क्योंकि विभिन्न राजनीतिक दलों ने इस मसले पर विचार-विमर्श में भाग लेने की इच्छा जताई थी।

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