अब स्कूल में बच्चे तैयार करेंगे एक दूसरे की मार्कशीट, NCERT ने जारी किया नया Self Observation Process

NCERT Self Observation Process: पहले पढ़ाई का एक ही माध्यम हुआ करता था। वो है स्कूल। शिक्षक स्कूल में जो पढ़ाते थे, बच्चे वही पढ़ते थे। लेकिन आज की जनरेशन लैपटॉप और ऑन लाइन कोचिंग से पढ़ाई करती है। ऐसे में केंद्र सरकार ने अब स्कूलों के पाठ्यक्रम में कई बदलाव किए हैं। इस बदलाव के चलते अब स्कूलों में स्टूडेंट्स और पेरेंट्स की इंवॉल्वमेंट को बढ़ावा दिया जाएगा। बता दें कि राष्ट्रीय शैक्षिक और अनुसंधान प्रशिक्षण परिषद (NCERT) ने इसका पूरा खाका तैयार कर लिया है।
NCERT Self Observation Process: क्या है नया पैटर्न?
बता दें कि इस नए पैटर्न के तहत क्लास में स्टूडेंट्स एक-दूसरे की रिपोर्ट कार्ड बनाएंगे। इस प्लान में स्कूलों में बच्चों के पूरे इवैल्यूएशन प्रोसेस को छात्र-केंद्रित’ बनाए जाने की तैयारी है। इस प्लान के अंतर्गत प्रत्येक बच्चे को एक फॉर्म दिया जाएगा, जिसमें उसे अलग अलग सवालों के जवाब देने होंगे। और वो सवाल कुछ ऐसे होंगे।
- स्कूल में आने का उसका एक्सपीरियंस
- कक्षा में टीचर का पढ़ाना कैसा लगा
- बच्चे को पढ़ाया हुआ कितना समझ आया
इसके साथ ही बच्चे के खुद के लिए भी कई सवा होंगे। ये सवाल
- उसने क्या पढ़ा
- कितना उसे समझ आया
- कहां उसे दिक्कत है
- वह अपनी पढ़ाई को लेकर खुद में क्या बदलाव करना चाहता है
- बच्चे से उसके दोस्त का मूल्यांकन भी करवाया जाएगा
क्या है मकसद?
बता दें कि इसके पीछे का मकसद बच्चों में आत्मविश्वास बढ़ाना है। इस नए प्रोसेस में बच्चों के साथ साथ उनके पेरेंट्स को भी इनवोल्व किया जाएगा।पेरेंट्स से पूछा जाएगा कि बच्चा घर में कितनी देर पढ़ाई करता है। वो घर में कितना टीवी देखता है इत्यादि।
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