पाकिस्तान लौटे पूर्व पीएम नवाज़ शरीफ़, कहा- मैं 28 मई वाला हूं 9 मई वाला नहीं
Nawaz Sharif Returns Pakistan: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और मुस्लिम लीग (नवाज़) पार्टी के प्रमुख नवाज़ शरीफ़ वापस पाकिस्तान लौट गए हैं. वतन वापसी से पहले उन्होंने कहा, “मैं चेहरे पर चमक के साथ देश जा रहा हूं, साथ ही कहा कि हम 28 मई वाले हैं, 9 मई वाले नहीं.”
हम 9 मई वाले नहीं 28 मई वाले हैं- शरीफ़
दरअसल, पाकिस्तान में इसी साल 9 मई को इमरान ख़ान के समर्थकों ने उनकी गिरफ़्तारी का विरोध करते हुए बड़े पैमाने में सैन्य प्रतिष्ठानों में प्रदर्शन किए थे. इसके बाद पाकिस्तानी सेना ने इमरान ख़ान के समर्थकों पर क्रैकडाउन किया था. वहीं, 28 मई 1998 को पाकिस्तान ने परमाणु परीक्षण किए थे. उस वक्त नवाज़ शरीफ़ पाकिस्तान के प्रधानमंत्री थे.
इमरान के सत्ता से हटने के बाद मुस्लिम लीग ने बनाई थी सरकार
बीते साल इमरान ख़ान की सत्ता से हटने के बाद मुस्लिम लीग (नवाज़) के नेतृत्व में पाकिस्तान में गठबंधन की सरकार बना ली थी. तब उनके भाई शहबाज शरीफ ने पाकिस्तान की कमान संभाली थी.
सब अल्लाह पर छोड़ा है
नवाज शरीफ चार साल बाद पाकिस्तान लौट रहे हैं. उनका कहना है कि, “हम इंसाफ़ चाहते हैं, हमने पहले भी कहा है कि सब अल्लाह पर छोड़ा है, आज भी कहता हूं कि सब अल्लाह पर छोड़ता हूं.”
मेरी बेटी को क्यों गिरफ्तारी किया गया
पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा, “मैं वो शख़्स हूं जिसने जेलें देखी हैं, मेरी बेटी न मंत्री थी न सलाहकार थी फिर भी पकड़ लिया लेकिन आख़िरकार उन्हें क्लीन चिट मिली जो मिलनी ही चाहिए थी.”
नवाज़ शनिवार को वापस पाकिस्तान पहुंच चुके हैं. वो पिछले चार साल से लंदन में निर्वासित जीवन जी रहे थे. अब पाकिस्तान की अदालत से अग्रिम ज़मानत मिलने के बाद वो अपने देश वापस लौट रहे हैं. दरअसल उन्हें तुरंत गिरफ़्तारी से छूट मिल गई है.
भष्टाटार के आरोपों में काट रहे थे जेल
इससे पहले शरीफ़ पाकिस्तान से बाहर जाने से पहले जेल में बंद थे और भ्रष्टाचार के मामले में सज़ा काट रहे थे.
इलाज के लिए गए थे लंदन लेकिन चार साल तक वापस नहीं लौटे
फिर पाकिस्तान की अदालत ने उन्हें साल 2019 में इलाज के लिए जेल से निकलने और विदेश जाने की अनुमति दी थी. शरीफ़ ने चार सप्ताह के भीतर लौटने का वादा किया था लेकिन वो चार साल तक वापस ही नहीं लौटे.
अगले साल पाकिस्तान में आम चुनाव
गौरतलब है कि पाकिस्तान में अगले साल जनवरी में आम चुनाव होने हैं. विश्लेषक नवाज़ शरीफ़ की वापसी को चुनाव अभियान की शुरुआत के तौर पर भी देख रहे हैं.
पाकिस्तान लौटे पूर्व पीएम नवाज़ शरीफ़, कहा- मैं 28 मई वाला हूं 9 मई वाला नहीं
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और मुस्लिम लीग (नवाज़) पार्टी के प्रमुख नवाज़ शरीफ़ वापस पाकिस्तान लौट गए हैं. वतन वापसी से पहले उन्होंने कहा, “मैं चेहरे पर चमक के साथ देश जा रहा हूं, साथ ही कहा कि हम 28 मई वाले हैं, 9 मई वाले नहीं.”
हम 9 मई वाले नहीं 28 मई वाले हैं- शरीफ़
दरअसल, पाकिस्तान में इसी साल 9 मई को इमरान ख़ान के समर्थकों ने उनकी गिरफ़्तारी का विरोध करते हुए बड़े पैमाने में सैन्य प्रतिष्ठानों में प्रदर्शन किए थे. इसके बाद पाकिस्तानी सेना ने इमरान ख़ान के समर्थकों पर क्रैकडाउन किया था. वहीं, 28 मई 1998 को पाकिस्तान ने परमाणु परीक्षण किए थे. उस वक्त नवाज़ शरीफ़ पाकिस्तान के प्रधानमंत्री थे.
इमरान के सत्ता से हटने के बाद मुस्लिम लीग ने बनाई थी सरकार
बीते साल इमरान ख़ान की सत्ता से हटने के बाद मुस्लिम लीग (नवाज़) के नेतृत्व में पाकिस्तान में गठबंधन की सरकार बना ली थी. तब उनके भाई शहबाज शरीफ ने पाकिस्तान की कमान संभाली थी.
Nawaz Sharif Returns Pakistan: सब अल्लाह पर छोड़ा है
नवाज शरीफ चार साल बाद पाकिस्तान लौट रहे हैं. उनका कहना है कि, “हम इंसाफ़ चाहते हैं, हमने पहले भी कहा है कि सब अल्लाह पर छोड़ा है, आज भी कहता हूं कि सब अल्लाह पर छोड़ता हूं.”
Nawaz Sharif Returns Pakistan: मेरी बेटी को क्यों गिरफ्तारी किया गया
पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा, “मैं वो शख़्स हूं जिसने जेलें देखी हैं, मेरी बेटी न मंत्री थी न सलाहकार थी फिर भी पकड़ लिया लेकिन आख़िरकार उन्हें क्लीन चिट मिली जो मिलनी ही चाहिए थी.”
नवाज़ शनिवार को वापस पाकिस्तान पहुंच चुके हैं. वो पिछले चार साल से लंदन में निर्वासित जीवन जी रहे थे. अब पाकिस्तान की अदालत से अग्रिम ज़मानत मिलने के बाद वो अपने देश वापस लौट रहे हैं. दरअसल उन्हें तुरंत गिरफ़्तारी से छूट मिल गई है.
भष्टाटार के आरोपों में काट रहे थे जेल
इससे पहले शरीफ़ पाकिस्तान से बाहर जाने से पहले जेल में बंद थे और भ्रष्टाचार के मामले में सज़ा काट रहे थे.
इलाज के लिए गए थे लंदन लेकिन चार साल तक वापस नहीं लौटे
फिर पाकिस्तान की अदालत ने उन्हें साल 2019 में इलाज के लिए जेल से निकलने और विदेश जाने की अनुमति दी थी. शरीफ़ ने चार सप्ताह के भीतर लौटने का वादा किया था लेकिन वो चार साल तक वापस ही नहीं लौटे.
अगले साल पाकिस्तान में आम चुनाव
गौरतलब है कि पाकिस्तान में अगले साल जनवरी में आम चुनाव होने हैं. विश्लेषक नवाज़ शरीफ़ की वापसी को चुनाव अभियान की शुरुआत के तौर पर भी देख रहे हैं.