भारत चीन सीमा विवाद पर WMCC की एक और बैठक

नई दिल्ली: भारत और चीन के बीच गठित वर्किंग मैकेनिज्म फॉर कंसल्टेशन एंड कोऑर्डिनेशन (WMCC) की आज अहम बैठक होने वाली है। ये बैठक दिन में 11.00 बजे शुरू होने की ऊम्मीद है। ये वार्ता वीडियो कांफ्रेंस के जरिए होगी।
सूत्र के मुताबिक — बैठक के दौरान दोनों पक्ष हॉट स्प्रिंग्स और डेपसांग से डिसइंगेजमेंट के मुद्दे पर बातचीत कर सकते हैं।
WMCC का नेतृत्व वरिष्ठ राजनयिक नवीन श्रीवास्तव करते हैं और इसमें सेना के अधिकारी, भारत तिब्बत सीमा पुलिस और रक्षा और गृह मंत्रालय शामिल हैं ।
इससे पहले, 10 अक्टूबर को सैन्य कमांडरों की 13वें दौर की बैठक हुई थी । ये बैठक करीबन साढ़े आठ घंटे चली थी। इस बैठक के दौरान उत्पन्न गतिरोध के बाद वर्किंग मैकेनिज्म फॉर कंसल्टेशन एंड कॉर्डिनेशन (WMCC) की एक और बैठक आयोजित करने पर दोनों पक्ष सहमत हुए थे।
बहरहाल , चीन के साथ जारी सीमा गतिरोध के बीच भारत ने पिछले दिनों एक व्यापक हवाई अभ्यास किया है। इस अभ्यास के तहत कड़ाके की सर्दी में पूर्वी लद्दाख के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में तैनात सैनिकों तक सैन्य उपकरण और सामरिक सहायता पहुंचाने की अपनी क्षमता का प्रदर्शन किया गया। अधिकारियों ने बताया कि वायु सेना और थल सेना द्वारा सोमवार को संयुक्त तौर पर किए गए इस हवाई अभ्यास का नाम ‘ऑपरेशन हरक्यूलिस’ था। भारतीय वायु सेना ने इस अभ्यास में अपने सी-17 ग्लोबमास्टर, आईएल-76 और एन-32 जैसे विमानों का इस्तेमाल किया।
गौरतलब है कि ये बैठक उस समय हो रही है जब चीनी सैन्य विकास पर एक वैश्विक शोधकर्ता @detresfa ने सैटेलाइट तस्वीरों के जरिए ये दावा किया है कि चीन ने अपने बॉर्डर से लगे भूटान में करीब 25 हजार एकड़ क्षेत्र पर अवैध कब्जा कर लिया है। इतना ही नहीं चीन ने यहां 4 गांव भी बसा दिए हैं।
https://twitter.com/detresfa_/status/1460970809871134727?s=20
@detresfa ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘डोकलाम के पास भूटान और चीन के बीच विवादित जमीन पर 2020-21 के बीच निर्माण गतिविधियां देखी जा सकती हैं। चीन ने लगभग 100 किमी स्क्वायर क्षेत्र में कई नए गांव फैल गए हैं। क्या यह एक नए समझौते या चीन के क्षेत्रीय दावों को लागू करने का हिस्सा है?’