West Bengal : Nabanna Abhiyaan मार्च के दौरान भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी हुए गिरफ्तार, पुलिस से BJP वर्कर्स की झड़प

Nabanna Abhiyaan March : पश्चिम बंगाल की राजनीति में एक बार फिर से तृणमूल कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी की टक्कर देखने को मिल रही है। भाजपा नेताओं ने सत्ताधारी ममता बनर्जी सरकार के खिलाफ एक बार फिर से मोर्चा खोल दिया है। आज राजधानी कोलकाता में सचिवालय नबन्ना में बंगाल भाजपा के शीर्ष नेताओं ने नबन्ना अभियान मार्च शुरू किया है। उनका मकसद करप्शन के मुद्दे पर ममता सरकार के खिलाफ सड़कों पर मोर्चेबंदी है।
इस बीच रानीगंज रेलवे स्टेशन के बाहर बीजेपी वर्कर्स और पुलिस के बीच टकराव हो गया है। ताजा अपडेट के मुताबिक कई भाजपा कार्यकर्ताओं को हिरासत में ली लिया गया है । इसके साथ ही विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी और लोकसभा सांसद लॉकेट चटर्जी को भी डिटैन कर लिया गया है। बता दें कि पुलिस द्वारा इस मार्च के लिए मंजूरी नहीं दी गई थी।
#WATCH | West Bengal: BJP workers & police clash inside the Dholpur railway station as police prevent workers to leave for Kolkata to participate in the Nabanna Chalo march; workers detained https://t.co/mka8igISyX pic.twitter.com/7qTPhxKQeU
— ANI (@ANI) September 13, 2022
हिरासत में लिए जाने के बाद सुवेंदु अधिकारी ने कहा कि वे शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन कर रहे थे लेकिन पुलिस ने उन्हें बिना वजह ही हिरासत में ले लिया है। अधिकारी ने कहा कि वे करप्शन और बेरोजगारी के मुद्दों पर ममता सरकार के खिलाफ विरोध मार्च कर रहे है। बंगाल की जनता अब ममता सरकार के साथ नहीं है इसलिए वो नार्थ कोरिया की तर्ज पर तानाशाही कर रही है।
उधार आज भाजपा द्वारा नबन्ना चलो अभियान मार्च के कारण हावड़ा ब्रिज पर भारी ट्रैफिक जाम लगा रहा क्योंकि पुलिस ने ब्रिज की बैरिकेडिंग की है। नबन्ना चलो मार्च के माध्यम से हज़ारों की संख्या में भाजपा वर्कर्स कोलकाता की तरफ मार्च कर रहे हैं जिसके कारण पुलिस ने जगह-जगह पर बैरिकेडिंग की हुई है।
वहीं भाजपा नेता अभिजीत दत्ता ने बताया कि भाजपा के 20 कार्यकर्ताओं को दुर्गापुर रेलवे स्टेशन पर रोक दिया गया है। बोलपुर रेलवे स्टेशन पर भी भाजपा कार्यकताओं और पुलिस के बीच झड़प देखने को मिली है।
याद दिला दें कि सोमवार देर शाम राज्य पुलिस ने प्रदेश भाजपा को पत्र लिखकर उन्हें नबान्न अभियान की अनुमति देने से इनकार कर दिया था। जिसके बाद अब बंगाल की ममता बनर्जी सरकार और बंगाल भाजपा के बीच सियासी जुबानी जंग शुरू हो गई है।