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उत्तरकाशी रेस्क्यू ऑपरेशन की सफलता हर किसी को भावुक कर देने वाली : पीएम मोदी

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Uttarkashi : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक्स पर लिखा कि उत्तरकाशी में हमारे श्रमिक भाइयों के रेस्क्यू ऑपरेशन की सफलता हर किसी को भावुक कर देने वाली है। टनल में जो साथी फंसे हुए थे, उनसे मैं कहना चाहता हूं कि आपका साहस और धैर्य हर किसी को प्रेरित कर रहा है। मैं आप सभी की कुशलता और उत्तम स्वास्थ्य की कामना करता हूं। यह अत्यंत संतोष की बात है कि लंबे इंतजार के बाद अब हमारे ये साथी अपने प्रियजनों से मिलेंगे। इन सभी के परिजनों ने भी इस चुनौतीपूर्ण समय में जिस संयम और साहस का परिचय दिया है, उसकी जितनी भी सराहना की जाए वो कम है।

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मैं इस बचाव अभियान से जुड़े सभी लोगों के जज्बे को भी सलाम करता हूं। उनकी बहादुरी और संकल्प-शक्ति ने हमारे श्रमिक भाइयों को नया जीवन दिया है। इस मिशन में शामिल हर किसी ने मानवता और टीम वर्क की एक अद्भुत मिसाल कायम की है।

उत्तराखंड से मंगलवार को बड़ी मंगलकारी खबर आई। बीते 17 दिनों से सुरंग में मौत के बीच लड़ाई लड़कर रहे मजदूरों के परिवार और इन्हें बचाने में लगे लोगों की मेहनत रंग लाई। देर शाम इन मजदूरों को बाहर लाया जा चुका है। इसके लिए उत्तराखंड के उत्तरकाशी सुरंग में 17 दिन से फंसे 41 मजदूरों को बचाने के लिए दिन-रात रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया। इन मजदूरों के बाहर आने के इंतजार में टनल के आसपास डेरा जमाकर बैठे इनके परिजनों के दिलों की धड़कनें पल-पल बढ़ती जा रही थी, तो उम्मीद की हवा फिर से शांत कर दे रही थी।

इसी के साथ रैट होल माइनिंग के एक्सपर्टों ने हाथों के औजारों से मलबे को हटाया और पाइपलाइन को अंदर डाला। इसी पाइपलाइन के जरिए मजदूरों को टनल से बाहर लाया गया। इसके अलावा मौके पर मजदूरों के लिए डॉक्टरों की टीम और एंबुलेंस तैनात हैं, ताकि घायल मजदूरों को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया जा सके।

सनद रहे कि इन मजदूरों को एनडीआरएफ टीम ने एक लंबे पाइप के जरिए बाहर निकाला है। इसके लिए सिलक्यारा टनल में 55.3 मीटर लंबे पाइप के साथ दूसरे पाइप को वेल्ड करके जोड़ा गया था।

उत्तरकाशी जिले में निर्माणाधीन सिलक्यारा सुंरग के मलबे की खुदाई में सफलता हासिल करने में महज 2-3 मीटर की दूरी बाकी रहने के बीच, अंदर फंसे हुए श्रमिकों को सुरंग से निकाले जाने के बाद, उन्हें तुरंत चिकित्सकीय सहायता के लिए हॉस्पिटल पहुंचाने की तैयारियां जारों पर हैं। इसके साथ ही मजदूरों के परिजनों को सुरंग के बिल्कुल पास बुला लिया गया है।

चिनूक हेलीकॉप्टर भी स्टैंडबाय पर हैं

एनडीएमए के सदस्य हसनैन ने बताया कि इस रेस्क्यू ऑपरेशन में NDRF की भूमिका भी काफी महत्वपूर्ण है। एक-एक व्यक्ति को बाहर निकालने में 3-5 मिनट का समय लगेगा। चिनूक हेलीकॉप्टर भी स्टैंडबाय पर हैं। 30 बिस्तरों वाली सुविधाएं भी हैं।

60 मीटर तक ड्रिलिंग का काम पूरा

बचाव कर्मियों ने सिलक्यारा सुरंग में मलबे के अंदर 60 मीटर तक ड्रिलिंग का काम पूरा कर लिया। और 16 दिन से इसमें फंसे मजदूरों के अब जल्द बाहर निकलने की उम्मीद है। उत्तराखंड सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि ड्रिलिंग पूरी हो गई है। राष्ट्रीय राजमार्ग एवं अवसंरचना विकास निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक महमूद अहमद ने तत्काल इस बारे में कोई पुष्टि नहीं की। लेकिन, कहा कि बचाव पाइप के अंतिम हिस्से को ड्रिल किए गए रास्ते से डाला जा रहा है।

सीएम धामी ने क्या कहा?

सीएम पुष्कर धामी ने मजदूरों के टनल से बाहर निकलने से पहले ट्विट कर लिखा कि बाबा बौखनाग जी की असीम कृपा, करोड़ों देशवासियों की प्रार्थना एवं रेस्क्यू ऑपरेशन में लगे सभी बचाव दलों के अथक परिश्रम के फलस्वरूप श्रमिकों को बाहर निकालने के लिए टनल में पाइप डालने का काम पूरा हो चुका है। शीघ्र ही सभी श्रमिक भाइयों को बाहर निकाल लिया जाएगा।

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