सुभाषचंद्र बोस की 125वीं जयंती: राष्ट्रपति-प्रधानमंत्री ने दी श्रद्धांजलि, जानिए उनकी मृत्यु का रहस्य
आज नेताजी सुभाष चंद्र बोस (Subhash Chandra Bose) की 125वीं जयंती देश मना रहा है। इस मौके पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने लिखा, नेताजी के आदर्श और बलिदान हर भारतीय को हमेशा प्ररित करते रहेंगे।
राष्ट्रपती रामनाथ कोविंद ने ट्वीट किया, नेताजी सुभाष चंद्र बोस (Subhash Chandra Bose) की 125वीं जयंती पर भारत कृतज्ञतापूर्वक श्रद्धांजलि देता है। स्वतंत्र भारत के विचार के प्रति अपनी उग्र प्रतिबद्धता दिखाने के लिए उन्होंने आजाद हिंद के गठन जैसे साहसी कदम उठाए। ये उन्हें राष्ट्रीय प्रतीक बनाते हैं। उनके आदर्श और बलिदान हर भारतीय को हमेशा प्रेरित करते रहेंगे।
प्रधानमंत्री ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती (Subhash Chandra Bose Birth Anniversary) पर श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि देशवासियों को पराक्रम दिवस की ढेरों शुभकामनाएं। नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती पर उन्हें मेरी आदरपूर्ण श्रद्धांजलि। राष्ट्र के प्रति उनके योगदान पर हर भारतीय को गर्व है।
सुभाष चंद्र बोस की मृत्यु कैसे हुई थी?
अब सुभाष चंद्र बोस के जीवन से जुड़े रहस्य पर नजर डालते हैं। नेताजी सुभाष चंद्र बोस की मृत्यु हर किसी के लिए एक रहस्य हैं। उनके निधन के इतने सालों बाद भी आज तक ये पता न चल सका कि आखिर उनकी मौत असल में कैसे हुई थी।
सरकारी दस्तावेजों के मुताबिक, सुभाष चंद्र बोस की मौत 18 अगस्त 1945 को एक विमान हादसे में हुई। कहा जाता है कि सुभाष चंद्र बोस जिस विमान से मंचुरिया जा रहे थे, वह रास्ते में लापता हो गया। उनके विमान के लापता होने से ही कई सवाल खड़े हो गए कि क्या विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ था? क्या सुभाष चंद्र बोस की मौत एक हादसा थी या हत्या?
उसी साल 23 अगस्त को जापान की एक संस्था ने खबर दी कि सुभाष चंद्र बोस का विमान ताइवान में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इसकी वजह से उनकी मौत हो गई। हालांकि कुछ ही दिन बाद जापान सरकार ने कहा कि ताइवान में उस दिन कोई विमान हादसा नहीं हुआ था। इसके बाद सुभाष चंद्र बोस की मृत्यु को लेकर रहस्य और गहरा गया।
बाद में सुभाष चंद्र बोस की मौत से जुड़ी 37 फाइलें सरकार ने सार्वजनिक कर दी। लेकिन इस फाइलों से भी कोई पुख्ता सबूत नहीं मिला, जिससे यह साबित हो सके कि सुभाष चंद्र बोस की मौत विमान हादसे में हुई थी।
नेताजी के कई समर्थकों का मानना है कि देश की आजादी के वक्त वह जीवित थे, लेकिन इस बात का कोई सबूत नहीं मिल सका। नेताजी की मृत्यु को लेकर आज भी यह सवाल बरकरार है कि आखिर सुभाष चंद्र बोस की मृत्यु कैसे हुई? क्या 1945 में विमान हादसे में ही उनकी मृत्यु हुई थी या वो जीवित थे और क्यों दुनिया से छिपकर रहे?