PM मोदी Inaugurates Defence Expo 2022: पीएम ने किया डेफस्पेस और मिशन स्कूल ऑफ एक्सीलेंस का शुभारंभ
पीएम मोदी आज से दो दिन के लिए गुजारत दौरे पर हैं। इस दौरान वो काफी करीब 15,670 करोड़ रूपयों की परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे। आज के कार्यक्रम की बात करें तो नरेंद्र मोदी ने गुजरात के गांधीनगर में मिशन डेफस्पेस का उद्घाटन और 52 विंग वायु सेना स्टेशन डीसा का शिलान्यास किया। इसके बाद पीएम ने संबोधन करते हुए कहा कि डेफएक्सपो 22 का ये आयोजन नए भारत की ऐसी भव्य तस्वीर खींच रहा है जिसका संकल्प हमने अमृत काल में लिया है। इसमें राष्ट्र का विकास, युवा की शक्ति, सपने, संकल्प और साहस भी है, इसमें विश्व के लिए उम्मीद भी है।
ये देश का ऐसा पहला डिफेंसएक्सपो है जिसमें केवल भारतीय कंपनियां ही भाग ले रही है। केवल मेड इन इंडिया रक्षा उपकरण ही है। आज अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा से लेकर वैश्विक व्यापार तक मेरीटाइम सेक्योरिटी एक ग्लोबल प्राथमिकता बनकर उभरा है। दुनिया की भारत से अपेक्षाएं बढ़ी हैं और मैं विश्व को विश्वास दिलाता हूं कि आपकी अपेक्षाओं को पूरा करने के लिए भारत हर कोशिश प्रयास करता रहेगा इसलिए ये डिफेंस एक्सपो भारत के प्रति वैश्विक विश्वास का भी प्रतीक है।
सरकार में आने के बाद हमने डीसा में ऑपरेशनल बेस बनाने का फैसला लिया और हमारी सेनाओं की ये अपेक्षा आज पूरी हो रही है।ये क्षेत्र अब देश की सुरक्षा का एक प्रभावी केंद्र बनेगा। अंतरिक्ष में भविष्य की संभावनाओं को देखते हुए भारत को अपनी इस तैयारी को और बढ़ाना होगा। हमारी डिफेंस फोर्सेस को नए अभिनव उपाय खोजने होंगे। अंतरिक्ष में भारत की शक्ति सीमित न रहे और इसका लाभ भी केवल भारत के लोगों तक ही सीमित न हो, ये हमारा मिशन भी है और विजन भी है।
Mission Schools of Excellence will help scale up education infrastructure in Gujarat. https://t.co/lHhlzttZwo
— Narendra Modi (@narendramodi) October 19, 2022
मेक इन इंडिया आज रक्षा क्षेत्र की सक्सेस स्टोरी बन रहा है। पिछले 5 वर्षों में हमारा रक्षा निर्यात 8 गुना बढ़ा है। 2021-2022 में भारत का डिफेंस एक्सपोर्ट करीब 13,000 करोड़ रुपए हो चुका है और आने वाले समय में हमने इसे 40,000 करोड़ रुपए तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गांधीनगर के अडालज में मिशन स्कूल ऑफ एक्सीलेंस के शुभारंभ कार्यक्रम में हिस्सा लिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गांधीनगर के अडालज में मिशन स्कूल ऑफ एक्सीलेंस का शुभारंभ किया।
आज गुजरात अमृतकाल की अमृत पीढ़ी के निर्माण की तरफ बहुत बड़ा कदम उठा रही है, विकसत भारत के लिए विकसत गुजरात के निर्माण की तरफ ये एक मील का पत्थर साबित होने वाला है। मिशन स्कूल ऑफ एक्सीलेंस के शुभारंभ पर मैं सभी को बधाई देता हूं। बीते 2 दशकों में गुजरात में शिक्षा के क्षेत्र में जो परिवर्तन आया है वो अभूतपूर्व है।20 साल पहले गुजरात में 100 में से 20 बच्चे स्कूल ही नहीं जाते थे और जो बच्चे जाते थे उनमें से कई बच्चे 8वीं तक पहुंचते-पहुंचते स्कूल ही छोड़ देते थे बेटियों की स्थिति तो और खराब थी।
केंद्र सरकार ने पूरे देश में साढ़े 14 हज़ार से अधिक पीएम स्कूल बनाने का फैसला किया है। ये स्कूल पूरे देश में नई नेशनल एजुकेशन पॉलिसी के लिए मॉडल स्कूल होंगे। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति गुलामी की मानसिकता से देश को बाहर निकालकर टैलेंट को, इनोवेशन को निखारने का प्रयास है। भारतीय भाषाओं में भी साइंस, टेक्नोलॉजी, मेडिकल की पढ़ाई का विकल्प अब विद्यार्थियों को मिलना शुरू हो गया है।
मिशन स्कूल ऑफ एक्सीलेंस के तहत स्कूलों में 50,000 नए क्लासरूम, 1 लाख से अधिक स्मार्ट क्लासरूम को आधुनिक रूप में विकसित किया जाएगा। वहीं आज 5G, स्मार्ट सुविधाएं, स्मार्ट क्लासरूम, स्मार्ट टीचिंग से आगे बढ़कर हमारी शिक्षा व्यवस्था को अगले स्तर पर ले जाएगा। अब वर्चुअल रिएलिटी, इंटरनेट ऑफ थिंग्स की ताकत को भी स्कूलों में अनुभव किया जा सकेगा।