सात नवंबर को राष्ट्रीय विद्यार्थी दिवस के रूप में मनाया जाए: राष्ट्रपति कोविंद

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि भारत रत्न डॉ. बाबा साहेब अम्बेडकर ने 7 नवंबर से अपनी पढ़ाई शुरू की थी, इसलिए इस दिन को राष्ट्रीय विद्यार्थी दिवस के रूप में मनाना चाहिए।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शनिवार को डॉ. अम्बेडकर के रत्नागिरी जिले के मूलगांव आंबडवे का दौरा किया था। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि 6 दिसंबर को डॉ आंबेडकर के महापरिनिर्वाण दिन के रूप में, 26 नवंबर संविधान दिवस के रूप में, 14 अप्रैल को उनकी जयंती दिन के रूप में मनाया जाता है। 7 नवंबर 1900 को डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर पहली बार स्कूल गए थे, इसलिए इस दिन को राष्ट्रीय विद्यार्थी दिन के रूप में मनाया जाना चाहिए।
राष्ट्रपति ने कहा कि डॉ. बाबा साहेब अम्बेडकर के जीवन से संबंधित 5 स्थानों को पंचस्थली का नाम दिया गया है। इनमें उनकी जन्मभूमि, नागपुर की दीक्षाभूमि, दिल्ली स्थित परिनिर्वाण स्थल, मुंबई की चैत्यभूमि और लंदन में अम्बेडकर मेमोरियल होम शामिल है। राष्ट्रपति ने कहा कि वे केंद्र सरकार को सूचित करते हैं कि डॉ. बाबा साहेब के गांव आंबडवे गांव में स्थित स्मारक को भी तीर्थस्थल के रूप में घोषित किया जाए।
इस अवसर पर राष्ट्रपति की धर्मपत्नी श्रीमती सविता कोविंद, राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी, सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश भूषण गवई, परिवहन मंत्री अनिल परब, राज्यमंत्री संजय बनसोडे, सांसद सुनील तटकरे, आदि उपस्थित थे।