Naravane Statement of Ceasefire: संघर्षविराम को लेकर पाकिस्तान ने कहा- समझौते को न समझा जाए किसी की ताकत या कमजोरी
भारत-पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम को लेकर हुए समझौते पर सेना प्रमुख एमएम नरवणे के बयान पर पाकिस्तान ने जवाब दिया है। पाकिस्तना ने कहा है कि संघर्ष विराम के इस समझौते को किसी ताकत या कमजोरी नहीं समझना चाहिए।
सेना प्रमुख नरवणे ने गुरुवार को कहा था कि पाकिस्तान के साथ किया गया सीजफायर का करार अभी तक इसलिए चल रहा है क्योंकि भारत ने मजबूत स्थिति में रहकर बातचीत की थी।
भारत-पाक सीमा पर तनाव करने के लिए दोनों देशों ने बीते साल 25 फरवरी को LOC पर संघर्षविराम की घोषणा की थी।
समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, जनरल नरवणे के बयान के एक दिन बाद पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल बाबर इफ़्तिख़ार का यह जवाब आया है।
गुरुवार को आयोजित एक सेमीनार में जनरल नरवणे ने ये बयान दिया था।
पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता ने इसपर ट्वीट कर लिखा है कि यह सच नहीं और यह समझौता किसी भी पक्ष की ताकत को नहीं दिखाता।
उन्होंने लिखा, “भारतीय सेना प्रमुख का यह दावा कि एलओसी पर संघर्षविराम इसलिए जारी है क्योंकि उन्होंने मज़बूत स्थिति में रहकर बातचीत की थी, पूरी तरह भ्रामक है। इसपर सिर्फ़ इसलिए सहमति बनी क्योंकि पाकिस्तान को एलओसी के दोनों ओर कश्मीर में रह रहे लोगों की सुरक्षा की चिंता है. किसी को भी इसे अपनी ताकत या दूसरे की कमज़ोरी नहीं बताना चाहिए।”