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बिहार के लाल ने किया कमाल, शुभम कुमार ने टॉप की सिविल सेवा परीक्षा, खुद को कमरे में बंद कर 10 घंटे करते थे पढ़ाई

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बिहार। संघ लोक सेवा आयोग (UNION PUBLIC SERVICE COMMISSION, UPSC) ने शुक्रवार को UPSC CSE 2020 के परिणाम घोषित कर दिए हैं। जिसमें बिहार के कटिहार जिले के रहने वाले शुभम कुमार ने टॉप कर जिले का नाम रोशन कर दिया। आईआईटी बॉम्बे से सिविल इंजीनियरिंग में बीटेक करने वाले शुभम के पिता देवानंद सिंह स्थानीय ग्रामीण बैंक में मैनेजर के पद पर कार्यरत हैं।

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UPSC की सिविल सेवा परीक्षा 2019 में 290वीं रैंक की थी हासिल

आपको बता दें कि शुभम ने इससे पहले भी UPSC की सिविल सेवा परीक्षा 2019 में 290वीं रैंक हासिल की थी और अब 2020 की परीक्षा में टॉप कर उन्होंने इतिहास रच दिया है। उनके घर पर जश्न का माहौल है, हर तरफ बधाइयों का तांता लगा हुआ है।

राजनेताओं से लेकर प्रशासनिक अधिकारियों तक ने उन्हें फोन कर शुभकामनाएं दी हैं। बिहार विधानसभा के अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा और उप मुख्यमंत्री तार किशोर प्रसाद ने भी शुभम व उनके परिवार को बधाई दी है। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि ‘शुभम की सफलता ने बिहार का गौरव और मान बढ़ाया है। वे लाखों युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत हैं।‘ 

‘बिहार कैडर मेरी पहली प्राथमिकता’- सत्यम

टॉपर सत्यम अपने संघर्षों के बारे में बात करते हुए कहते हैं कि ‘मैंने 2019 में स्नातक के तीसरे साल से ही सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी थी। खुद को एक कमरे में बंद कर 10 से 12 घंटे तक पढ़ाई करता था और बिना थके, बिना रूके कड़ी मेहनत और पूरी ईमानदारी के साथ मैंने अपने सपनों को उड़ान दी।

पहला चरण पार करने में मैं सफल हो गया हूँ और अब  मैं गांवों के विकास में योगदान देना चाहता हूँ। बिहार में मैं करीब 18 सालों से रह रहा हूँ जिससे  यहाँ की समस्याओं और जरूरतों को अच्छी तरह से समझता हूँ। यही कारण है कि पोस्टिंग के लिए बिहार कैडर मेरी पहली प्राथमिकता है। लेकिन अन्य कैडर्स में काम करने के लिए भी मैं उतना ही तत्पर हूँ।

शुभम ने बताई अपनी सफलता की कुंजी

आगामी यूपीएससी सिविल सेवा के सभी उम्मीदवारों को व्यक्तिगत सलाह  देते हुए शुभम कहते हैं कि हर दिन 10 घंटे की सेल्फ स्टडी बहुत जरूरी है। यदि सचमुच सफल होना चाहते हैं तो सभी को स्वयं के प्रति ईमानदार होना पड़ेगा, सफलता के लिए सेल्फ अवेयरनेस बेहद जरूरी है।

उन्हें साप्ताहिक और मासिक लक्ष्य निर्धारित करना चाहिए, उनका लक्ष्य और फोकस स्पष्ट होना चाहिए। योजनाबद्ध तरीके से अध्ययन ही सिविल सेवा परीक्षा में सफलता पाने की कुंजी है।

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