ओडिशा में हुए एक छोटी सी लापरवाही के चलते सैकड़ों की जान चली गई, आखिर जिम्मेदार कौन?

ओडिशा के बालासोर में हुए एक छोटी सी लापरवाही के चलते सैकड़ों जान चली गई तकरीबन एक हजार से ज्यादा मुसाफिर घायल हो गए है वही अब इस हादसे को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं।
आखिरकार इतना बड़ा हादसा हुआ कैसे कोई इतनी बड़ी चूक कैसे कर सकता है, आखिरकार रेलवे को सुरक्षा कवच कब मिलेगा? 39 घंटे की पड़ताल में क्या निकला? इन्ही सब सवालों का जवाब इस रिपोर्ट में हम बताते हैं।
बालासोर हादसे पर गम, दर्द और गुस्से के बीच लोगों के जहन और जुबान पर सवाल है कि आखिर तीन ट्रेनों के बीच टक्कर कैसे हुई, किसकी लापरवाही से इतना भीषण हादसा हुआ है। हालांकि शुरुआत जांच में सिग्नल की गलती हादसे की वजह बताई जा रही थी अब इसकी असली वजह सामने आई है ।
जिसे रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने खुद मीडिया से बात करते हुए बताई जिसमे उन्होंने कहा की इस घटना की असली वजह इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग में बदलाव की वजह से ये हादसा हुआ ।
जिसके चलते कोरोमंडल एक्सप्रेस , एक मालगाड़ी से जा टकराई और टकराव इतना भीषण था की कोरोमंडल एक्सप्रेस की पिछली 2 बोगियां हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस से जा टकराई जिसकी वजह से ये तीनो ट्रैन हादसे का शिकार हुई ।
ओडिशा के बालासोर में हुए दिल दहला देने वाले भयंकर हादसे अबतक 300 से ज्यादा यात्रियों की मौत हो चुकी है,वही तकरीबन एक हजार से ज्यादा मुसाफिर घायल हो गए है।
इसी बीच रेल मंत्री ने बड़ा बयान देते हुए कहा है कि हादसे के लिए जिम्मेदार लोगों की पहचान कर ली गई है और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने बताया कि बुधवार सुबह से ट्रैक पर यातायात की बहाली शुरू हो जाएगी।
साथ ही रेल मंत्री ने ममता बनर्जी के सवाल का जवाब देते हुए कहा की ”इसका कवच से कोई लेना-देना नहीं है. कारण वह नहीं है जो ममता बनर्जी ने कल कहा था.’ उन्होंने आगे कहा, ‘रेलवे सुरक्षा आयुक्त ने मामले की जांच की है , यह हादसा इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग में बदलाव के कारण हुआ. जांच रिपोर्ट आने दीजिए. हमने घटना के कारणों और इसके लिए जिम्मेदार लोगों की पहचान कर ली है. अभी हमारा फोकस ट्रैक की बहाली पर है।’