GENERAL BIPIN RAWAT: बिपिन रावत के वो बयान, जिन्होंने दुश्मन देशों के नाक में दम कर दिया…

देश ने आज खो दिया वीर सपूत
कर्नाटक के कुन्नूर में हुआ दर्दनाक हादसा
CDS समेत 13 लोगों का हुआ निधन
नोएडा: कर्नाटक के कुन्नूर में हुए हादसे में आज देश ने अपने चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ यानि CDS जनरल बिपिन रावत को खो दिया. जिसके बाद से देश शोक में है. राष्ट्रपति और पीएम मोदी से लेकर देश के तमाम दिग्गज हस्तियां अपना दुख व्यक्त कर चुके है. बिपिन रावत भारत माता के बेहद ही बहादुर सपूत थे. उन्होंने करीब चार दशकों तक निस्वार्थ भाव से मां भारती की सेवा की है. चलिए अब आपको CDS के उन बयानों के बारे में बताते है, जिन्होंने दुश्मन देश चीन और पाकिस्तान की नाक में दम कर दिया था.
- बिपिन रावत ने पिछले साल एक बयान दिया था. ‘भारत को चीन और पाकिस्तान के साथ दो मोर्चों पर युद्ध के लिए तैयार रहने की जरूरत है. हमारी तीनों सेना हर स्तर पर मुकाबले के लिए तैयार है. चीन के साथ तनाव का पाकिस्तान फायदा उठाने की कोशिश करेगा तो उसका बहुत बुरा हश्र होगा.
- इसी साल अप्रैल में बिपिन रावत ने रायसीना डायलॉग में खुलकर कई मुद्दों पर बात रखी थी. कहा था, ‘चीन चाहता है ‘माय वे ऑर नो वे’. वो अपनी हर बात मनवाना चाहता है. भारत उसके सामने मजबूती से खड़ा है. हमने साबित किया है कि किसी भी तरह का दबाव डालकर हमें पीछे नहीं धकेला जा सकता.
- 13 नवंबर 2021 की ही बात है. जनरल बिपिन रावत ने एक कार्यक्रम में कहा था, ‘भारत की सुरक्षा में चीन सबसे बड़ा खतरा बना हुआ है. पिछले साल चीन से लगते सीमावर्ती इलाकों में लाखों जवानों और हथियारों की तैनाती की गई थी. उनका जल्द बेस की तरफ लौटना मुश्किल है. भारत और चीन के बीच 13 दौर की बातचीत हो चुकी है, लेकिन आपसी भरोसे की कमी की वजह से सीमा विवाद सुलझ नहीं पा रहा है.
पाकिस्तान पर भी बरसे थे रावत
- जनरल बिपिन रावत ने 2019 में POK को लेकर भी बयान दिया था कि, ‘जब हम जम्मू-कश्मीर की बाते करते हैं, तब इसमें POK और गिलगिट बाल्टिस्तान भी शामिल हैं. POK इसलिए अवैध कब्जे वाला क्षेत्र है क्योंकि इसने हमारे पड़ोसियों ने अवैध तरीके से कब्जा कर लिया है. जिस इलाके पर अवैध कब्जा है, उसे पाकिस्तान नहीं, आतंकवादी नियंत्रित करते हैं. POK आतंकियों के द्वारा नियंत्रित है
- लगातार सीजफायर का उल्लंघन करने पर CDS जनरल बिपिन रावत ने पाकिस्तान को चेतावनी दी थी कि, ‘अगर पाकिस्तान शांति चाहता है तो युद्धविराम लंबे समय तक चलने वाला है. यह दोनों देशों के लिए अच्छा होगा. पिछले कुछ वर्षों से युद्धविराम का बड़े पैमाने पर उल्लंघन हुआ है, जहां न केवल छोटे हथियार थे बल्कि उच्च क्षमता वाले हथियारों का इस्तेमाल किया गया था. सीजफायर उल्लंघन ने पाकिस्तानी सेना के रक्षात्मक ढांचे को भारी नुकसान पहुंचाया है. उनके काफी संख्या में सैनिक हताहत हुए हैं.