समलैंगिक विवाह पर दिए फैसले को लेकर कायम हूं- CJI चंद्रचूड़
CJI on Gay Marriage: पिछले हफ्ते सुप्रीम कोर्ट ने समलैंगिक विवाह पर फैसला सुनाया था. कोर्ट में 3-2 से ये फैसला आया था. जिसको लेकर CJI डीवाई चंद्रचूड़ ने एक बार फिर बयान दिया है. चीफ़ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा है कि संवैधानिक मुद्दों पर दिए गए फ़ैसले कई बार अंतर्चेतना की आवाज़ होती है और वह समलैंगिक विवाह मामले में अपने फैसले पर अब भी कायम हैं.
CJI on Gay Marriage: केवल 13 बार रहा है अल्पम में फैसला
उन्होंने आगे कहा कि साल 1950 से लेकर आज तक भारत के सुप्रीम कोर्ट के इतिहास में केवल 13 दफा ऐसा हुआ है जब सीजेआई का फ़ैसला अल्पमत में रहा हो.
सीजेआई चंद्रचूड़ ने वॉशिंगटन डीसी में जॉर्जटाउन यूनिवर्सिटी की ओर से आयोजित ‘भारत और अमेरिका के सुप्रीम कोर्ट ‘ से जुड़ी एक चर्चा के दौरान ये महत्वपूर्ण बात कही.
CJI on Gay Marriage: समलैंगिक जोड़े गोद ले सकते हैं बच्चा
समलैंगिक विवाह पर दिए गए अपने फ़ैसले पर विस्तार से बात करते हुए सीजेआई ने कहा, “जब मैंने अपना फ़ैसला सुनाया तो मैं अल्पमत में था, मेरा मानना था कि समलैंगिक जोड़े बच्चा गोद ले सकते हैं. लेकिन मेरे तीन साथियों का मानना था कि ऐसा नहीं होना चाहिए. हालांकि, इस पर फैसला करना संसद का काम है.”
2018 में मिली थी समलैंगिक रिश्ते को मंजूरी
आपको बता दें कि साल 2018 में LGBTQ को लेकर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आया था जिसमें कोर्ट ने ऐसे जोड़ों के रिश्तों को मंजूरी दी थी. हालांकि क्मयूनिटी में विवाह को लेकर कोर्ट से मंजूरी नहीं मिली थी. हाल ही में जब इस सिलसिले में कोर्ट का फैसला आया तो समलैंगिक विवाह को मंजूरी नहीं मिली.