हिंदू त्योहारों में नाग पंचमी का खास महत्व है। सावन मास के तीसरे मंगलवार को अद्भुत संयोग बनने जा रहा है। इस दिन नागपंचमी का त्योहार मनाया जाएगा। इस साल नाग पंचमी 2 अगस्त 2022 Naag Panchami 2022 मंगलवार को है। नाग पंचमी के त्योहार पर नाग देवता के साथ भगवान भोलेनाथ की पूजा व रुद्राभिषेक करने से जीवन में कालसर्प दोष खत्म होता है। नाग शिव भगवान के गले का आभूषण है। नाग पंचमी पर जीवन में सुख-समृद्धि, खेतों में फसलों की रक्षा के लिए नाग देवता की पूजा की जाती है।
भगवान श्री कृष्ण से जुड़ा हुआ है किस्सा
शास्त्रों के मुताबिक नाग पंचमी का एक किस्सा भगवान कृष्ण से भी जुड़ा हुआ है। कहते हैं कि भगवान कृष्ण अपने दोस्तों के साथ खेल रहे थे तब ही खेलते समय उनकी गेंद नदी में जा गिरी। इस नदी में काला नाग का वास था। भगवान श्री कृष्ण गेंद को लाने के लिए नदी में कूद पड़े। तब ही कालिया नाग ने भगवान श्री कृष्ण पर हमला कर दिया। लेकिन भगवान श्री कृष्ण ने काला नाग को सबक सिखा दिया। जिसके बाद भगवान कृष्ण से कालिया नाग ने मांफी मांगी और वचन दिया कि वो अब से किसी को भी नुकसान नहीं पहुंचाएगा। कहते है कि कालिया नाग पर श्री कृष्ण की विजय को भी नाग पंचमी पर्व के रूप में मनाया जाने लगा।
Naag Panchami 2022 को जरूर करें ये उपाय
जो लोग कालसर्प दोष से पीड़ित हैं उन्हें हर साल सावन में नागपंचमी के दिन रुद्राभिषेक करवाना चाहिए। उसके बाद चांदी के नाग-नागिन का दान करना चाहिए। दान किसी जरूरतमंद गरीब ब्राह्मण को करना चाहिए।
नाग पंचमी के दिन भगवान भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए शिवलिंग पर विजया, अर्क पुष्प, धतूरा पुष्प, फल चढ़ाएं तथा दूध से रुद्राभिषेक करवाएं। इससे महादेव की कृपा प्राप्त होगी।
नाग देवता के साथ भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए नाग पंचमी के दिन चंदन की लकड़ी के बने 7 मौली शिव मंदिर में चढ़ाएं। साथ ही इस दिन शिवजी को चंदन की लकड़ी या चंदन का इत्र चढ़ाएं और नित्य स्वयं लगाएं।