MP Politics: दिल्ली से एमपी भेजे नेताओं का क्या हुआ, किसको मिला क्या पद?

MP Politics: मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी ने जीत के लिए केंद्रीय मंत्री समेत सात सांसदों और राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय को चुनावी रण में उतारा था। जिसमें से पांच को विजय प्राप्त हुई तो वहीं दो को हार का सामना करना पड़ा। विधायकी का चुनाव जीते नेता संसद की सदस्यता छोड़ेंगे या विधानसभा की? अगर संसद की सदस्यता छोड़ विधानसभा में बने रहते हैं तो नई सरकार में इनकी भूमिका क्या होगी?
MP Politics: नई सरकार में मंत्रियों की भूमिका
नरेंन्द्र सिंह तोमर और प्रहलाद पटेल के नाम तो सीएम की रेस में भी लिए जा रहे थे। लेकिन मोहन यादव प्रदेश के नए मुखिया बने। अब नई सरकार के मंत्रियों के लेकर भी तस्वीर साफ हो चुकी है।
जीते हुए सांसदों ने विधानसभा चुनाव में जीत हासिल कर क्या मिला आइए जानते हैं।
इंदौर-1 से चुनाव लड़ने वाले कैलाश विजयवर्गीय को जीत हासिल हुई इंदौर-1 से विधायक निर्वाचित हुए कैलाश विजयवर्गीय भी मोहन मंत्रिमंडल में मंत्री बनाए गए हैं।
नरेंद्र सिंह तोमरः मध्य प्रदेश में बीजेपी की जीत के बाद ग्वालियर चंबल संभाग के दिग्गज नरेंद्र सिंह तोमर का नाम मुख्यमंत्री पद के लिए भी चर्चा में था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार में कृषि मंत्री रहे नरेंद्र सिंह तोमर दिमनी विधानसभा सीट से विधायक निर्वाचित हुए हैं। तोमर मध्य प्रदेशविधानसभा के स्पीकर बनाए गए हैं।
प्रह्लाद सिंह पटेलः अटल बिहारी वाजपेयी से लेकर नरेंद्र मोदी तक, बीजेपी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकारों में मंत्री रहे पांच बार के सांसद प्रह्लाद सिंह मोहन यादव के नेतृत्व वाली कैबिनेट में कैबिनेट मंत्री शामिल किया गया है।
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