मणिपुर में जनता दल यूनाइटेड (JDU) छोड़ने वाले 5 विधायकों ने आज भारतीय जनता पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा की उपस्थिति में भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली। इन सभी विधायकों ने कल ही जदयू को छोड़ दिया था। इसके बाद जदयू ने पीएम नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह पर उनकी पार्टी तोड़ने का आरोप लगाया था। जदयू प्रवक्ता और पूर्व मंत्री नीरज कुमार ने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा था कि ये भाजपा की पुराने गठबंधन वाले साथी दलों की पीठ में छुरा घोंपने का चरित्र है।
नीरज कुमार ने आगे कहा कि पहले अरुणाचल प्रदेश में हमारे 7 विधायकों ने पार्टी को छोड़ा और अब मणिपुर में 5 विधायकों ने दलबदल किया है। जदयू ने अपने दम पर इन राज्यों में चुनाव जीत था। यह भाजपा का नया चरित्र है जिसके तहत वो छोटे दलों को आगे बढ़ता हुआ नहीं देखना चाहती है। देश की जनता सब देख रही है और 2024 में भाजपा को खत्म कर देगी।
नीतीश कुमार के मिशन 2024 को लगा झटका
याद दिला दें कि पटना में जदयू (JDU) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी से ठीक एक दिन पहले ही मणिपुर के 6 में से 5 जदयू विधायकों ने पार्टी से नाता तोड़ लिया था। भाजपा में शामिल हुए होने वाले जदयू नेताओं में खुमुक्कम सिंह, नगुरसंगलूर सनाटे, अचब उद्दीन, थंगजाम अरुण कुमार और एलएम खौटे शामिल हैं। मणिपुर विधानसभा अध्यक्ष ने इन सभी विधायकों के भाजपा में विलय को स्वीकार कर लिया है।
इस मसले पर जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने सुशील मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि सुशील मोदी को भाजपा के शीर्ष आलाकमान को जदयू को खत्म करने सपने दिखाने का काम जारी रखना चाहिए और 2024 में देश जुमलेबाज मुक्त हो जाएगा।
इस घटनाक्रम को बिहार सीएम नीतीश कुमार के लिए बड़े झटके के तौर पर देखा जा रहा है क्योंकि इन दिनों वह देश के विभिन्न विपक्षी दलों के साथ मिलने की तैयारी में है जिससे 2024 चुनाव से पहले भाजपा के खिलाफ एक काँग्रेस रहित तीसरे मोर्चे को खड़ा किया जा सके।