महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में सीएम के सामने 11 नक्सलियों का आत्मसमर्पण

Maharashtra : महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में सीएम के सामने 11 नक्सलियों का आत्मसमर्पण
Maharashtra : महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले में 11 नक्सलियों ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के समक्ष आत्मसमर्पण किया, जिनमें प्रमुख नक्सली नेता तारक्का सिदाम भी शामिल हैं। यह समर्पण गढ़चिरौली पुलिस मुख्यालय में हुआ, जहां मुख्यमंत्री फडणवीस ने इन नक्सलियों का स्वागत किया और उन्हें मुख्यधारा में लौटने के लिए प्रोत्साहित किया। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर कहा कि राज्य जल्द ही नक्सलवाद से मुक्त हो जाएगा। इस दौरान उन्होंने कहा कि गढ़चिरौली में नक्सलियों का प्रभाव कम हो रहा है।
नक्सलवाद के समाप्ति की ओर कदम
मुख्यमंत्री फडणवीस ने गढ़चिरौली में मीडिया से बात करते हुए कहा, नक्सलवाद अब अपने अंतिम दौर में है। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार ने माओवादी गतिविधियों को समाप्त करने के लिए ठोस कदम उठाए हैं और गढ़चिरौली को ‘पहला जिला’ बनाने की दिशा में कार्य शुरू कर दिया है।
बता दें कि गढ़चिरौली, जो महाराष्ट्र के पूर्वी सीमा पर स्थित है, को अक्सर राज्य का अंतिम जिला कहा जाता है। फडणवीस ने इस जिले में 32 किलोमीटर लंबे गट्टा-गरदेवाडा-वांगेतुरी मार्ग और वांगेतुरी-गरदेवाडा-गट्टा-अहेरी मार्ग पर महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम (एमएसआरटीसी) की बस सेवाओं का उद्घाटन भी किया। मुख्यमंत्री ने कहा, “गढ़चिरौली अब सरकार की प्राथमिकता सूची में ‘अंतिम’ नहीं, बल्कि ‘पहला जिला’ बन चुका है।”
गढ़चिरोली पुलिस की सराहना
मुख्यमंत्री ने गढ़चिरौली पुलिस के कठिन परिश्रम की सराहना करते हुए कहा, “आज जिस सड़क संपर्क का उद्घाटन किया गया है, वह महाराष्ट्र को सीधे छत्तीसगढ़ से जोड़ने में मदद करेगा।” उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में नक्सलियों का प्रभाव खत्म हो रहा है और अब स्थानीय लोग स्वतंत्रता के 75 वर्षों के बाद एमएसआरटीसी बस सेवाओं का लाभ उठा रहे हैं। फडणवीस ने यह भी कहा कि अब लोग नक्सलियों का समर्थन नहीं करते और कोई भी व्यक्ति प्रतिबंधित नक्सली संगठन में शामिल होने के लिए तैयार नहीं है। उन्होंने इसे एक महत्वपूर्ण बदलाव बताया, जो विकास और शांति की दिशा में एक सकारात्मक कदम है।
राज्य सरकार के प्रयासों का असर
कोंसारी में लॉयड्स मेटल्स एंड एनर्जी लिमिटेड के विभिन्न विभागों का उद्घाटन करने के बाद फडणवीस ने कहा, “पिछले दस वर्षों से राज्य सरकार गढ़चिरौली को बदलने की दिशा में प्रयासरत है, ताकि इस जिले के लोग मुख्यधारा में शामिल हो सकें और नक्सलवाद को जड़ से समाप्त किया जा सके।” उन्होंने यह भी बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के नेतृत्व में तथा गढ़चिरौली पुलिस और स्थानीय प्रशासन के सामूहिक प्रयासों के कारण, पिछले चार वर्षों में नक्सली गढ़चिरौली में एक भी व्यक्ति को अपने साथ जोड़ने में सफल नहीं हो पाए हैं।
फडणवीस ने गर्व के साथ कहा, “अब शीर्ष माओवादी आत्मसमर्पण कर रहे हैं और मुख्यधारा में लौट रहे हैं। यह एक महत्वपूर्ण सफलता है।”
नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई में सफलता का प्रतीक
गढ़चिरौली में चल रहे विकास कार्य और नक्सलवाद के खिलाफ किए जा रहे प्रयास राज्य सरकार की दृढ़ प्रतिबद्धता और स्थानीय प्रशासन की मेहनत का परिणाम हैं। मुख्यमंत्री फडणवीस का यह बयान और नक्सलियों का आत्मसमर्पण, दोनों इस बात का संकेत हैं कि राज्य में शांति और विकास की दिशा में एक नया अध्याय शुरू हो चुका है।
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