
Madhya Pradesh: इंदौर की एक निजी कंपनी के जनरल मैनेजर ने फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। जान देने से पहले शख्स ने दो पन्नों का सुसाइड नोट भी लिखकर छोड़ा है। नोट में उसने अपनी पत्नी पर बेवफाई करने का आरोप लगाया है। इस नोट में उसने पत्नी के साथ तीन और लोगों पर अपनी मौत का इलज़ाम लगाया है। आपको बता दें, सुसाइड नोट को पुलिस ने जब्त कर लिया है।
पुलिस के अनुसार फांसी लगाने वाला हितेश महालक्ष्मी नगर में रहता था। हितेश निजी कंपनी जेएसएन में जनरल मैनेजर के तौर पर काम कर रहा था। जान देने हितेश ने सुसाइड नोट में लिखा- 10 फरवरी 2023 को मैंने अपनी पत्नी को उसके दोस्त कृष्णा राठौर निवासी रतलाम (मावा वाला) के साथ देख लिया था। मैं पिछले कई दिनों से इन पर नजर बनाए हुए था। मैं इनके वाट्सएप चैट पर भी नजर बनाए हुए था। यह दोनों मंदिर के पास एक रूम पर मिला करते थे। 10 फरवरी को मंदिर पर मिलने के बाद यह रूम पर ही जाने वाले थे।
मृतक का सुसाइड नोट
हितेश ने लिखा है कि उसकी पत्नी और कृष्णा करीब डेढ़ साल से मिल रहे थे। कुछ समय पहले पत्नी ने जीप (कंपास कार) भी गिफ्ट की थी। वह उसे अपना भाई बताती थी। लेकिन इनकी दोनों की चैटिंग से मुझे पता चला कि दोनों के शारीरिक रिश्ते भी थे। वह मेरे घर में मिलकर तांत्रिक क्रियाएं करते थे। मुझे धीमा जहर भी दे रहे थे। मेरे मरने के बाद पोस्टमार्टम होगा तो यह बात सामने आ जाएगी। मेरा पुलिस प्रशासन से निवेदन है कि इन्हें सजा मिले ओर मेरे मरने के बाद जो भी प्रॉपर्टी है वह मेरे बेटे और माता-पिता को दे दी जाए।
Madhya Pradesh के इंदौर में 8 साल से रह रहे थे
बाबूलाल कुमरावत, एसआई, थाना लसूड़िया ने बताया कि हितेश पाल ने पारिवारिक विवाद के चलते अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सुसाइड नोट बरामद किया गया है। जिसमें पारिवारिक विवाद का ही जिक्र है। मृतक JSN कंपनी में मैनेजर था। मृतक की उम्र 34 वर्ष है, जो मनासा का स्थाई निवासी था। 8 साल से इंदौर में रह रहा था। साल 2008 में उसकी शादी हुई थी।
सुसाइड नोट में लिखा- परिवार की उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पाया, मुझे माफ करना
इंदौर में सिविल इंजीनियर ने सुसाइड कर लिया। उसने फांसी लगाने के पहले एक सुसाइड नोट भी लिखा है। जिसमें परिवार से माफी मांगी है। इंजीनियर के बड़े पापा उसे लेकर एमवाय अस्पताल पहुंचे थे। फिलहाल पुलिस ने सुसाइड नोट जब्त किया है। अब मामले में जांच की जा रही है।एमआईजी पुलिस के मुताबिक अमित (25) पुत्र सुरेश राठौर ने अपने घर में फांसी लगाकर जान दे दी। परिवार में बड़े पापा दिलीप अमित को लेकर शनिवार को एमवाय अस्पताल पहुंचे थे। प्रारंभिक जानकारी में पता चला है कि अमित पेशे से सिविल इंजीनियर था। जो घर से ही काम करता था। उसने एक सुसाइड नोट लिखा है। जिसमें परिवार की उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पाने की बात कही है। परिवार से माफी मांगते हुए अपनी मौत का जिम्मेदार खुद को बताया है।
ये भी पढ़े: MP NEWS: तिरंगे के अपमान के विरोध में हनुमान चालीसा का पाठ, पुलिस अधिकारियों की लापरवाही पर विरोध