Lucknow PGI: इलाज की कमी ने ली पूर्व सांसद के बेटे की जान, पिता को मिला जांच का अश्वासन
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बीजेपी के पूर्व सांसद भैरव प्रसाद के बेटे की गांधी पीजीआई के इमरजेंसी वार्ड में मौत हो गई। कहा जा रहा है कि गुर्दे की बीमारी से पीड़ित पूर्व सांसद अपने बेटे को इलाज के लिए पीजीआई लेकर गये थे, लेकिन उन्हें वहां बेड नहीं मिला, जिसकी वजह से इलाज नहीं हो पाया और अंततः उनके बेटे की मृत्यु हो गई। पीजीआई निदेशक ने मामले की सूचना मिलने के बाद जांच कमिटी बनाकर 48 घंटे में रिपोर्ट मांगी है।
गुर्दे की बिमारी से हुई मौत
बता दें, 2014 में बांदा लोकसभा सीट से चुने गए भैरव प्रसाद मिश्रा अपने बेटे प्रकाश मिश्रा को पीजीआई लेकर गए थे, लेकिन लाखों की गिड़गिड़ाने के बाद भी उनके बेटे को इमरजेंसी में भर्ती नहीं किया गया। इलाज की कमी के कारण उनके बेटे की मौत हो गई। पूर्व सांसद ने बताया कि उनका बेटा प्रकाश मिश्रा गुर्दे की बीमारी से पीड़ित था। शनिवार की रात अचानक उसकी तबीयत बिगड़ने पर वह लखनऊ के पीजीआई पहुंचे। इमरजेंसी मेडिकल अफसर के सामने वे गिड़गिड़ाते रहे, लेकिन डॉक्टर ने बेटे को हाथ तक नहीं लगाया। बेटा इसके बाद थोड़ी ही देर में मर गया। बेटे की मृत्यु से दुखी पूर्व सांसद अपने समर्थकों के साथ इमरजेंसी में धरने पर बैठ गए।
जांच का आश्वासन मिलने हुआ अंतिम संस्कार
निदेशक डॉ. आरके धीमान और सीएमएस डॉ. संजय धिराज ने मौके पर पहुंचकर पूर्व सांसद को जांच की आश्वासन देकर धरना समाप्त कर दिया। बाद में पूर्व सांसद अपने बेटे का शव लेकर चित्रकूट चले गए, जहां उनका अंतिम संस्कार रविवार शाम को किया गया। उधर, मामले की गंभीरता को देखते हुए निदेशक डॉ. आरके धीमान ने जांच कमिटी बनाई है, जो 48 घंटे में रिपोर्ट देने के लिए कहा है।