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Diabetes और Hemoglobin की कमी भी बन सकता हैं डार्क सर्कल के कारण

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Remedies of Dark Circles: आजकल लोग अपने स्किन और चेहरे का बहुत ज्यादा ध्यान देते हैं क्योंकि ये पहली चीज होती है जो किसी के मिलने पर सबसे पहले आता है. वर्तमान समय में हम से ज्यादातर लोग आंखों के नीचे का काले घेरे या डार्क सर्कल (Dark Circles Under Eyes) की समस्या से परेशान हैं. डार्क सर्कल वह स्थिति है जिसमें आपकी दोनों आंखों के नीचे की त्वचा काली दिखाई देने लगती है। खराब जीवनशैली और कई अन्य कारणों से आंखों के नीचे काले घेरे आजकल की बेहद आम समस्या बन गई है.

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डार्क सर्कल के कारण

बीमारियों की बात करें तो डायबिटीज (Diabetes) और हीमोग्लोबिन की कमी (Hemoglobin Deficiency) भी डार्क सर्कल के लिए जिम्मेदार माने जाते हैं। इसके अलावा डार्क सर्कल अक्सर दो त्वचा संबंधी स्थितियों का परिणाम होते हैं। पहला, आंखों के नीचे की त्वचा का पतला होना जिससे रक्त वाहिकाएं अधिक दिखाई देने लगती हैं। वहीं दूसरा, सूजी हुई आंखें जिसके परिणामस्वरूप आंखों के नीचे काले रंग की छाया दिखाई देने लगती है। स्किनकेयर एक्सपर्ट का कहना है कि आजकल खराब जीवनशैली के चलते डार्क सर्कल्स की समस्या बहुत आम हो गई है। उनकी मानें तो आंखों के नीचे काले घेरे कई कारणों से हो सकते हैं साथ ही कुछ मामलों में कई स्वास्थ्य समस्याओं से जुड़े हो भी सकते हैं और नहीं भी। लेकिन अच्छी बात यह है कि डार्क सर्कल के कारणों के बारे में जानकर हम इस समस्या से आसानी से छुटकारा पा सकते हैं। क्योंकि आमतौर पर डार्क सर्कल्स का इलाज उनके कारणों के आधार पर किया जा सकता है।

डार्क सर्कल्स के क्या कारण हैं

कई बार ये समस्या अनुवांशिक भी हो सकती है। अगर आपके परिवार के अन्य लोगों की आंखों के नीचे भी कालेघेरे हैं, तो यह आपकी एक अनुवांशिक स्थिति है।

  • पर्याप्त नींद ना लेना, तनाव
  • हीमोग्लोबिन की कमी
  • आपकी आदत, रूखी त्वचा या एटोपिक एक्ज़िमा जैसी स्तिथि के चलते अपनी आंखों को बार-बार रगड़ने से भी डार्क सर्कल होता है।
  • कॉस्मेटिक्स और हेयर कलर्स से एलर्जी
  • गंध, प्रदूषण या धूल से एलर्जी
  • स्मोकिंग
  • धंसी हुई आंखें एक छाया बना सकती हैं जिसके परिणामस्वरूप काले घेरे हो सकते हैं
  • अत्यधिक सन एक्सपोजर
  • डायबिटीज या इंसुलिन रेजिस्टेंस


डार्क सर्कल्स के कारणों को खत्म करके भी इस समस्या से राहत पा सकते हैं जैसे

अपनी आंखों को लगातार रगड़ने से बचें।
– यदि आपका हीमोग्लोबिन कम है, तो आयरन सप्लीमेंट लें।
– ऐसे कॉस्मेटिक्स का उपयोग करने से बचें जो 6 महीने से अधिक पुराने हों।
– सुनिश्चित करें कि आप रोजाना 6 से 8 घंटे की नींद लें। अक्सर देर रात सोने से बचें।
– अगर आपको धूल, धुएं आदि से एलर्जी है तो बाहर निकलते समय मास्क पहनें।
– स्मोकिंग से परहेज़ करें
– तनाव से निपटने में सक्षम होने के लिए मेडिटेशन या प्राणायाम करें।
– ये उपचार भी हैं मददगार
– क्रीम और सीरम का उपयोग करें जैसे सेस्डर्मा के विट सीरम, यूगार्ड अंडर आई क्रीम, फेयरआई जेल।
– ग्लाइकोलिक एसिड और आर्जिनिन के छिलके का उपयोग।
– पिको लेजर ट्रीटमेंट आंखों के नीचे बढ़ी हुई पिग्मेंटेशन को कम करेगा।

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