तुगलकी राजा के तुगलकी सचिव का तुगलकी फरमान- कृष्ण कुंतल
Krishna Kuntal to Bihar Govt: शिक्षा विभाग द्वारा हिंदी और ऊर्दू स्कूलों के लिए जारी हुए अलग-अलग छुट्टी कलैंडर पर बवाल मचा हुआ है। बीजेपी नेता सरकार को इस बात पर घेरने से गुरेज नहीं कर रहे। सुशील मोदी, विजय कुमार सिन्हा, गिरिराज सिंह, अश्वनी चौबे सहित कई नेता सरकार के इस निर्णय का विरोध कर चुके हैं।
Krishna Kuntal to Bihar Govt: आरोप, अभिव्यक्ति की आजादी भी नहीं
अब बीजेपी प्रवक्ता कृष्ण कुंतल ने इस छुट्टी के आदेश को तुगलकी फरमान करार दिया है। आज ईक्कसवीं सदी में आपको अपनी अभिव्यक्ति का आजादी भी नहीं है बिहार में। यही फरमान है बिहार के शिक्षा सचिव का। यह सब एक बड़े प्लान का हिस्सा है।
बिहार की वास्तविक वित्तीय स्थिति सबको पता
उन्होंने कहा, इस फरमान के मुताबिक, शिक्षक अपना संघ नहीं बना सकते। अपनी अभिव्यक्ति मीडिया के आगे नहीं कर सकते। यह सब फरमान इसलिए दिए जा रहे हैं क्योंकि कल के दिन में जो बिहार की वास्तविक वित्तीय अवस्था है उसमें शिक्षकों को वेतन न मिले तो न शिक्षक अपनी आवाज उठाएं न किसी संघ के माध्यम से अपनी मांग रखे।
नौकरी दे दीं लेकिन तनख्वाह की चिंता नहीं
यह सारी चीज उस दिन की तैयारी है। बिहार की वित्तीय स्थिति सबको पता है। बिहार में नौकरियां तो दी गईं लेकिन इन नौकरियों के बदले तनख्वाह कहां से आएगी। इस बात की चिंता किसी को नहीं है।
रिपोर्टः सुजीत श्रीवास्तव, ब्यूरोचीफ, बिहार
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