Jaisalmer: प्लास्टिक बैग में पैक कर सड़क पर फेंका नवजात, छत्रैल गांव के लोगों ने बचाई नवजात की जान

Jaisalmer: प्लास्टिक बैग में पैक कर सड़क पर फेंका नवजात, छत्रैल गांव के लोगों ने बचाई नवजात की जान

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Jaisalmer: जैसलमेर के छत्रैल गांव में रविवार रात मुख्य सड़क पर एक गाड़ी से नवजात बच्चे को सड़क पर फेंक कर कुछ लोग फरार हो गए। मौके पर बैठे कुछ लोगों ने प्लास्टिक के बैग को खोला तो उसमें से नवजात बच्चा मिला। नवजात मिलने से हड़कंप मच गया। ग्रामीणों ने पुलिस और 108 को मौके पर बुलाया। 108 ने बच्चे को जवाहिर हॉस्पिटल में एडमिट करवाया।

नवजात मिलने की जानकारी मिलने पर सीडबल्यूसी और राजकीय शिशु गृह की टीम भी हॉस्पिटल पहुंची। शहर कोतवाली की टीम ने नवजात बच्चे की जानकारी ली और गाड़ी की तलाश में जुट गई है। डॉक्टर दिनेश जांगिड़ ने बताया कि बच्चे को सांस लेने में तकलीफ है। बच्चा 2 KG 750 ग्राम का स्वस्थ है। फिलहाल वो आईसीयू में डॉक्टरों कि देखरेख में है। शिशुओं की आईसीयू में देखभाल के लिए राजकीय शिशु गृह की केयर टेकर की भी ड्यूटी लगाई गई है।

प्लास्टिक बैग में बंधा था नवजात

मिली जानकारी के अनुसार रविवार रात करीब 11 बजे छत्रेल गांव की मुख्य सड़क पर एक कमांडर जीप आकर रुकी। सड़क के दूसरी तरफ कुछ युवक बैठे थे जिन्होंने गाड़ी को रुकते हुए देखा। कुछ देर बाद गाड़ी में से कुछ फेंका गया जिसे युवकों ने देखा। गाड़ी मौके से फरार हो गई। युवकों ने नजदीक जाकर देखा तो अन्नपूर्णा फूड पैकेट का प्लास्टिक का बैग था। बैग को जब खोला गया तो उसमें बंद पॉलीथिन था। पॉलीथिन काट कर उसमें टाइट बंद कपड़ा जब खोला गया तो सब हक्के-बक्के रह गए। अंदर एक नवजात बच्चा मिला।

समय रहते नहीं खोलते तो जान जा सकती थी

डॉ दिनेश जांगिड़ ने बताया कि बच्चा हेल्थी है, अन्यथा जिस तरह से उसको पैक किया गया था उसके लिहाज से उसको समय पर प्लास्टिक बैग से नहीं निकाला जाता तो उसकी जान जा सकती थी। ग्रामीणों ने 108 को सूचना देकर मौके पर बुलाया। EMT राजेश दैया और पायलट ओम प्रकाश ने बच्चे को जवाहिर हॉस्पिटल के SNCU वॉर्ड में एडमिट करवाया। डॉक्टरों ने बच्चे का चेकअप करके उसका इलाज शुरू किया। फिलहाल बच्चा खतरे से बाहर है।

राजकीय शिशु गृह की टीम मौके पर

नवजात बच्चा मिलने की जानकारी मिलने पर शिशु गृह की टीम की मैनेजर प्रियंशा, सोशल वर्कर शिल्पा, मेल नर्स तेजदान व केयर टेकर गीता ने जाकर बच्चे को संरक्षण में लिया। बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष मुकेश व्यास ने बताया कि फिलहाल हम बच्चे की देखभाल कर रहे हैं। बच्चे को हॉस्पिटल से डिस्चार्ज करने के बाद शिशु गृह के संरक्षण में लाया जाएगा। शिशु गृह में बेहतरीन देखभाल के साथ निसंतान दम्पति को गोद देने की प्रक्रिया की जाएगी।

रिपोर्ट- पूरण सिंह बैरसियाला, जैसलमेर, राजस्थान

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