अमेरिका की वरिष्ठ पत्रकार वंदना झिंगन के पिता सुरेंद्र जी झिंगन का निधन, 95 की उम्र में ली अंतिम सांस

अमेरिका की वरिष्ठ पत्रकार वंदना झिंगन के पिता व प्रखर समाजसेवी सुरेंद्र जी झिंगन का अमेरिका में 10.41 पर निधन हो गया। 95 वर्ष की उम्र में उन्होनें अपनी अंतिम सांस ली। पिछले दिनो ही अगस्त 2022 में FIA -फ़ेडेरशन ओफ़ इंडीयन एसोसिएशन ,शिकागो में उनके अनुपम सामाजिक कार्यों के लिए उन्हें सम्मानित किया गया था।
सुरेंद्र जी झिंगन का पूरा नाम सुरिंदर बी झिंगन था। उन्होनें अपनी पूरी जिंदगी समाजसेवी कामों में लगाई। वह एक आरएसएस सेवक और मानव स्तर पर समानता के प्रबल विश्वासी थे। एक विशेष बात ये भी थी जो सायद बहुत कम लोंगो को पता हो कि वो लाल कृष्ण आडवाणी जी के ओटीसी बैचमेट भी रह चुके थे।

सुरेंद्र जी झिंगन ने चंचल झिंगन से शादी की थी और उनके 3 खूबसूरत बच्चे (1 बेटी और 2 बेटे) हैं। उनके 5 पोते हैं। यूएस 2007 में माइग्रेट किया गया और वे शाउम्बर्ग में रह रहे थे। वह वर्तमान में गंभीर डिमेंशिया से पीड़ित हैं और उनकी देखभाल उनकी पत्नी और बेटी वंदना झिंगन कर रही थी।
बता दें कि 95 उम्र के सुरिंदर बी झिंगन हनुमान जी के बहुत बड़ भक्त थे और उनका जन्म अविभाजित भारत के लायलपुर में हुआ था।1947 में विभाजन के दौरान 20 साल की उम्र में उन्होंने अपने पिता को खो दिया। जिसके बाद बड़ी ही कठिनाईयों के बाद उन्होंने छोटी-मोटी नौकरी करके अपनी माँ और छोटे भाई-बहनों (3 भाई और 2 बहनों) की देखभाल की।
परिवार की देखभाल और शारीरिक रूप से उनके साथ रहने के लिए उन्होंने भारतीय वायु सेना द्वारा चयनित होने के बाद भी बैंगलोर में लगभग 6 महीने तक देश की सेवा की।बाद में वे भारतीय रेलवे में शामिल हुए और उप स्टेशन अधीक्षक नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के रूप में सेवानिवृत्त हुए।
उनकी मृत्यु के बाद अमेरिक और भारत के कई गणमान्य लोगों ने वरिष्ठ पत्रकार वंदना जी के पिताजी के असामयिक निधन पर शोक व्यक्त किया है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के श्री राम लाल , केंद्रीय संगठक प्रद्युम्ण कुमार , महासचिव अरुण सिंह,OFBJP के डॉक्टर विजय चौथायिवाले, world hindu organisation संस्थापक व विहिप के महामंत्री स्वामी विज्ञानानंद सहित भारत सरकार के केंद्रीय मंत्रियों में अजय भट्ट ,प्रतिमा भौमिक, प्रह्लाद पटेल, श्रीपाद नाइक , फग्गन सिंह कुलस्ते सहित कई नेताओ ने श्री सुरेंद्र झिंगन को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए ईश्वर से पूर्ण शांति व मुक्ति की प्रार्थना की है।