तालिबान पर पाकिस्तान का प्रभाव, लेकिन कंट्रोल नहीं- सूचना मंत्री फ़वाद चौधरी
इस्लामाबाद: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान ख़ान अपने पड़ोसी मुल्क चीन की तारीफ करता नहीं थकता है। इमरान ने शुक्रवार को चीन की तारीफ़ करते हुए कहा कि विकासशील देशों के लिए ग़रीबी हटाने के मामले में चीन ‘रोल मॉडल’ बन गया है। पाक प्रधानमंत्री ने कहा कि चीन की तेज़ प्रगति की वजह से पिछले चार दशकों में 80 करोड़ लोगों को ग़रीबी के जाल से बाहर निकाला गया है।
शुक्रवार को इमरान ख़ान ने चीन की जमकर तारीफ़ की और इससे पहले तालिबान ने भी चीन की सराहना की थी। तालिबान का कहना है कि चीन ने अफ़ग़ानिस्तान के पुनर्निर्माण में मदद का भरोसा दिलाया है।
दूसरी ओर पाकिस्तान के सूचना मंत्री फ़वाद चौधरी ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि अफ़ग़ान तालिबान पर पाकिस्तान का प्रभाव है लेकिन उन पर कंट्रोल नहीं है। साथ ही फ़वाद चौधरी ने ये भी कहा कि अफ़ग़ानिस्तान में हालात इतने ख़राब नहीं हैं कि वहां से लोग देश छोड़कर भागें।
उन्होंने कहा कि अफ़ग़ानिस्तान के शरणार्थी अब तक भी पाकिस्तान नहीं पहुंचे हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान अफ़ग़ानिस्तान में शांति और स्थिरता चाहता है। चौधरी ने आगे कहा कि पाकिस्तान काबुल एयरपोर्ट को फिर से शुरू करने की कोशिश कर रहा है।
अशरफ़ ग़नी ने की पाक PM के प्रस्ताव की उपेक्षा, होना पड़ा सत्ता से बेदखल
पाकिस्तान के सूचना मंत्री यहां तक भी नहीं रूके और उन्होंने अफ़ग़ानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति अशरफ़ ग़नी पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री इमरान ख़ान के प्रस्ताव की उपेक्षा की थी और अब उन्हें सत्ता से बेदख़ल होना पड़ा।
फ़वाद चौधरी ने कहा, ”अफ़ग़ानिस्तान में सरकार बनाना वहां के जनता का काम है लेकिन अफ़ग़ानिस्तान के पड़ोसी देश भी देश की स्थिरता में मदद करेंगे। जब 1989 में सोवियत संघ ने अफ़ग़ानिस्तान छोड़ा था तो हमने बाक़ी समस्याओं का सामना किया था। अब अमेरिकी सैनिक अफ़ग़ानिस्तान छोड़कर चले गए हैं तो फिर से पाकिस्तान पर ज़िम्मेदारी आ गई है।”
चौधरी ने कहा कि पाकिस्तान में अभी अफ़ग़ानिस्तान के लगभग 35 लाख शरणार्थी हैं और पाकिस्तान जैसे देश के लिए यह बड़ा आर्थिक बोझ है।