चीन में BF.7 वैरायटी से दिखने वाले लोगों की मौत, भारत सरकार भी कोरोना को लेकर अलर्ट

कोरोना वायरस का नया वैरिएंट ओमिक्रॉन इन दिनों चर्चा में है। चीन समेत दुनिया के कई देशों में ओमिक्रॉन के सब वैरिएंट BF.7 (Omicron Sub Variant BF.7) ने कोहराम मचा रखा है। चीन के बेकाबू हालात की वजह से दुनिया भर के देश इन दिनों अलर्ट पर हैं। कोरोना वायरस 2020 से अब तक कई बार म्यूटेट हो चुका है। कोरोना के नए वैरिएंट की संक्रमण दर काफी अधिक है। मानदंड का कहना है कि BF.7 से फर्जी क्लाइंट अपने आसपास के 10 से 18 लोगों को कोरोना से स्टेटस लगा सकता है।
इसका संक्रमण अधिक होना ही दुनिया भर के जीव और स्वास्थ्य अंगों की परेशानी का बड़ा कारण है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक दावा किया जा रहा है कि चीन में पिछले तीन हफ्ते में (चीन में BF.7 मामले) करीब 25 करोड़ लोग जुड़ रहे हैं। ये सॉकेट चीन की आबादी 17.65 प्रतिशत के बराबर है। चीन में BF.7 वैरायटी से दिखने वाले लोगों की मौत का पात्र भी काफी डरावना है।
डेटासेट के एक रिपोर्ट में बताया गया है कि तीन माह में चीन की करीब 60 फीसदी आबादी कोरोना के नए वेरिएंट बीएफ.7 की चपेट में आ सकती है, जबकि दुनिया भर की आबादी के करीब 10 प्रतिशत लोग इस तरह के शिकार का शिकार बन सकते हैं। । ओमिक्रॉन का कहर चीन के साथ ही अन्य देशों में भी मिल रहा है। डब्ल्यूएचओ के अनुसार 20 दिसंबर को जापान में कोरोना से मतदाताओं की संख्या 2 लाख तक पहुंच गई थी। इसकी संख्या के साथ लोगों की संख्या में तेजी से पहचान हो रही है।
जापान के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार बुधवार को राजधानी टोक्यो में 21,186 नए मामले रिपोर्ट किए गए थे। राजधानी टोक्यो में पिछले कुछ दिनों में कोरोना से नए मामलों की संख्या करीब 20,000 से अधिक हो गई है। जापान में अक्टूबर माह में डीडीको को हटा दिया गया था, जिसके बाद जापान में करीब 10 लाख विज़िटर पहुंचे थे।
भारत सरकार भी कोरोना को लेकर अलर्ट पर है। केंद्रीय सरकार ने चीन, सिंगापुर, दक्षिण कोरिया, जापान और थाईलैंड से आने वाले यात्रियों का आरटी पीसीआर परीक्षण अनिवार्य कर दिया है। देश के बड़े एयरपोर्ट जैसे दिल्ली, मुंबई, बैंगलोर, सिकंदराबाद, अहमदाबाद, इंदौर, पुणे और गोवा में अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की रेंडम टेस्टिंग शुरू की गई है।
वहीं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने कहा कि चीन के साथ ही जापान, दक्षिण कोरिया, सिंगापुर और थाईलैंड से आने वाले यात्रियों को पहले ही अपनी रिपोर्ट कोरोना को अपलोड करनी होगी। यदि किसी यात्री के देश में आने के बाद कोरोना का प्रकोप पाया जाता है तो उसे क्वारंटाइन किया जाएगा। देश में आने के बाद यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग की जाएगी, अगर किसी को बुखार भी हुआ तो उन्हें क्वारंटाइन कर दिया जाएगा।