भारत-चीन के बीच 14 अगस्त को होगी 19वें दौर की बातचीत, देपसांग और डेमचोक से चीनी सेना हटे

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पूर्वी लद्दाख में पिछले तीन साल से अधिक समय से चल रहे गतिरोध को लेकर भारत और चीन के बीच कई दौर की बातचीत हो चुकी है लेकिन अभी तक कुछ मुद्दों पर कोई सार्थक समाधान नहीं निकला है। दोनों देशों के कमांडर लेवल की 18 दौर की बातचीत हो चुकी है जबकि 19वें दौर की वार्ता इसी 14 अगस्त को होने वाली है। भारत-चीन के बीच यह बैठक पूर्वी लद्दाख के चुशुल-मोल्डो में होगी। इस दौरान दोनों देशों के बीच कई मुद्दों पर चर्चा होने की उम्मीद है।

बता दें भारत और चीन के बीच ये वार्ता ऐसे समय में हो रही है, जब मौजूदा गर्मियों में पूर्वी लद्दाख से लेकर अरुणाचल प्रदेश तक फैली 3,488 किलोमीटर लंबी वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर चीन की सैन्य गतिविधि बढ़ रही है। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में सैन्य गतिवधियां बढ़ने की बात कही गई है। पिछले महीने 24 जुलाई को ब्रिक्स की नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर स्तरीय बैठक के दौरान भारत के एनएसए अजीत डोभाल ने चीनी विदेश मंत्री वांग यी को स्पष्ट रूप से बता दिया था, कि अप्रैल-मई 2020 में चीन ने एलएसी मं जो किया, उसने एलएसी के पश्चिमी क्षेत्र की स्थिति में “रणनीतिक विश्वास” के साथ-साथ, दोनों देशों के बीच के रिश्ते में विश्वास के “सार्वजनिक और राजनीतिक आधार” को भी खत्म कर दिया है।

बता दें अगले हफ्ते चीन के साथ होने वाली बैठक का प्रतिनिधित्व भारत की तरफ से 14-कॉर्प्स कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल राशिम बाली करेंगे। साथ ही विदेश मंत्रालय और ITBP के अधिकारी भी मौजूद रहेंगे। वहीं, चीनी पक्ष से अगुआई साउथ शिनजियांग मिलिट्री डिस्ट्रिक्ट चीफ करेंगे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक दोनों देशों के बीच लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) पर तनाव को लेकर भी चर्चा होने की संभावना है।

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