
भारत ही नहीं बल्कि विदेशों में भी कोरोना महामारी (Corona Pandemic) के चलते छोटे व्यापारों के बंद होने का सिलसिला जारी है. इसका असर यह हुआ है कि लगभग सभी बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में बेरोजगारी की दर तेजी से बढ़ी है. अब अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO) की रिपोर्ट में कुछ डराने वाली बातें सामने आई हैं. इसमें कहा गया है कि बेरोजगारी की यह मार 2023 तक जारी रह सकती है.
ILO की डराने वाली रिपोर्ट
रिपोर्ट में कहा गया है कि अभी कम से कम दो और साल यानी 2023 तक रोजगारों का आंकड़ा कोरोना महामारी के पहले के स्तर पर नहीं लौट पाएगा. यानी बेरोजगारी अभी इसी स्तर पर बनी रहेगी. ILO के मुताबिक, 2022 में दुनियाभर में बेरोजगारों का आंकड़ा 20 करोड़ 70 लाख के करीब होगा. यह संख्या 2019 के 18 करोड़ 60 लाख बेरोजगारों के मुकाबले दो करोड़ 10 लाख ज्यादा है.
बेरोजगारी बढ़ने की आशंका
संयुक्त राष्ट्र (UN) की इस एजेंसी ने 2022 में भी श्रम बाजार की रिकवरी की संभावना को नीचे किया है. माना जा रहा है कि ILO कोरोना वायरस के मौजूदा दो वैरिएंट्स डेल्टा और ओमिक्रॉन के असर को लेकर आशंकित है. ऐसे में लोगों के काम पर लौटने की संभावना भी अभी अनिश्चितताओं के दौर में है. जिससे आंकड़े और डरावने होने की संभावना पूरी है.