ऑफिस से पहले छाई रहती है अगर सुस्ती, तो इन 5 टिप्स अपनाने से लौट सकती है आपकी एनर्जी

कॉर्पोरेट वर्ल्ड ने एम्प्लोई को सुविधाएं दी हैं, तो खराब लाइफस्टाइल जीने के लिए मजबूर भी किया है। लगातार 6 दिनों तक डेडलाइन और टास्क पूरा करने के पीछे दौड़ता-भागता व्यक्ति छुट्टी के दिन अपनी थकान को मिटा लेना चाहता है। पर घर-परिवार की जिम्मेदारियों की वजह से आदमी पूरी तरह रिलैक्स भी नहीं हो पाता है। नतीजा वर्किंग डेज के पहले दिन उस पर सुस्ती सी छाई रहती है। उसे ऑफिस जाने का मन नहीं करता है। पर इस सुस्ती को चुस्ती-फुर्ती में बदलना व्यक्ति की पहली जरूरत है। क्योंकि ऊर्जा से भरपूर होने पर ही वह प्रोफेशनल फ्रंट पर मुस्तैद हो पायेगा। फिर कैसे भगाए सुस्ती(how to get rid of laziness)
क्यों छाती है सुस्ती (Causes of laziness)
कोपेनहेगेन युनिवर्सिटी के डिपार्टमेंट ऑफ़ साइकोलॉजी के रिसर्चर और लेखक थौमस मेडसन के शोध के अनुसार, सुस्ती के पीछे मोटिवेशन का लो लेवल होना कारण माना जा सकता है। यह बहुत अधिक उत्तेजना या बहुत अधिक आवेग या काम के प्रति घटते आकर्षण के कारण भी हो सकता है। इन सभी कारणों से डोपामाइन का सीकरेशन घट जाता है। डोपामाइन एक ऐसा न्यूरोट्रांसमीटर है, जो व्यक्ति के खुश होने के एहसास को बढाता है। शोध यह भी बताता है कि शरीर में पोषक तत्वों की कमी और एक्सरसाइज नहीं करने पर भी सुस्ती छाई रहती है।
सुस्ती दूर भगाने के यहां हैं 5 उपाय
एसेंशियल आयल की मदद लें (try essential oil)
आयुर्वेद मानता है कि शरीर में जब कफ की वृद्धि हो जाती है, तो सुस्ती बढ़ जाती है। शरीर और सिर की मालिश करने पर कफ तत्व को कम करने में मदद मिल सकती है। मिंट योग एसेंशियल आयल या लेवेंडर एसेंशियल आयल की मालिश सुस्ती दूर करने में मदद कर सकते हैं। सांस लेने-छोड़ने का प्राणायाम अनुलोम-विलोम करने से भी आपकी सुस्ती भाग सकती है और आपका दिमाग काम पर केंद्रित हो सकता है।

योग-आसन और एक्सरसाइज(Yogasana and exercise)
नियमित रूप से एक्सरसाइज नहीं करने पर आपकी फिजिकल एक्टिविटी नहीं हो पाती है। इससे भी मन आलस्यपूर्ण हो जाता है। सुबह फ्रेश होने के बाद सबसे पहले एक्सरसाइज करें। शरीर को एक्टिव करने वाले आसन सूर्य नमस्कार से आपका ब्लड सर्कुलेशन सही हो जाता है और आप रिचार्ज हो जाती हैं। इसके बाद आप महसूस करेंगी कि नींद और सुस्ती भाग गई है। बहुत थकने वाला व्यायाम नहीं करें।

घर और काम के माहौल को बदलें (change home and work environment)
यदि छुट्टी के दिन घर पर हैं, तो दिन भर काम न करें। अपने रुचि का काम करें, जो आपको रिलैक्स करे। थकाऊ और ऊबाऊ काम हाथ में न लें। लाइब्रेरी जाएं, मनपसंद किताब पढ़ें। किसी सकारात्मक ऊर्जा वाले व्यक्ति से मिलें और बातचीत करें। इससे दूसरे दिन आप ऊर्जावान महसूस करेंगें

मेकअप और ड्रेसअप पर ध्यान दें (charming Makeup and dress up )
जिस दिन भी आप पर सुस्ती छाये आप सजने संवरने पर ध्यान दें। कोपेनहेगेन यूनिवर्सिटी की स्टडी बताती है कि मेकअप से मन पर बढ़िया प्रभाव पड़ता है। खुद को अच्छा लगने वाला मेकअप करें। ऐसा आउटफिट पहनें जो आपको सबसे अधिक पसंद हो। गाढे कलर की पोशाक पहनें। इससे मन खुश होता है और स्ट्रेस दूर।

समस्या पर करें विचार (think on problem)
एक डायरी पर उन समस्याओं को लिखें जिनका आप सामना कर रही हैं। समस्याओं के बारे में विचार करें। हो सकता है कि आपको ऐसा लगे कि समस्याएं उतनी बड़ी नहीं हैं जितनी आप कल्पना कर रही हैं।इससे समस्याओं से निपटना आसान हो जाएगा।

समस्या पर विचार करना छोड़ कर उस काम को करना शुरू करें जो आपको सबसे आसान लगता हो। ऐसा करते हुए आप ऊर्जा से भर्ती जाएंगी और सुस्ती भी कोसों दूर होती जाएगी।