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Uttarakhand: मिला विधाता से है वरदान… पिता ने दिया सम्मान

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उधम सिंह नगर में एक ऐसा अनोखा जश्न किया गया है जो कि चर्चा का विषय बना हुआ है. जश्न भी ऐसा कि एक पिता ने अपनी बेटी के पहले मासिक धर्म यानी पीरियड्स होने के अवसर पर जश्न मनाया।

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हालांकि दक्षिण भारत में इसका चलन पहले से ही है. लेकिन उत्तर भारत में याायद पहली बार ऐसा हुआ है. इस तरह का कदम उठाने वाले जितेंद्र भट्ट की चारो ओर प्रशंसा हो रही है. पता हो कि पुराने समय में मासिक धर्म को लेकर बिलकुल भी बात नहीं होती थी।

लड़कियों को पीरियड्स के समय कई सारी बंदिशें लगा दी जाती थीं. लेकिन अब समय काफी बदल गया है. 21वीं सदी में पहले के मुकाबले लोग इस विषय पर खुलकर बात करने लगे हैं. उत्तराखंड के काशीपुर से एक नई पहल शुरू हुई है।

पहले से ही दक्षिण भारतीय राज्यों में इस मौके को जश्न के रूप में ही मनाने की परंपरा है. हां, समाज इसे अलग-अलग नामों से जानते हैं. यहां के हिन्दू परिवार ऋतु कला संस्कार समारोह मनाते हैं. इसे ऋतु शुद्धि भी कहा जाता है।

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