
Heart Attack: सर्दियों में हार्ट अटैक का खतरा बढ़ने के पीछे कई कारण हैं। हार्ट स्पेशलिस्ट डॉ. अथर कमाल के अनुसार, ठंड में फिजिकल एक्टिविटी कम होने से शरीर में बेड कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है, जिससे नसों में ब्लॉकेज और हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है। ठंड के कारण शरीर में केटीकुलामिन्स बढ़ते हैं, जो बीपी को बढ़ाते हैं। इसके अलावा, फैटी और वेस्टर्न फूड्स का अधिक सेवन भी इस समस्या को बढ़ावा देता है। लंबे समय तक ठंड में रहने से भी नसें संकुचित हो जाती हैं, जिससे रक्त प्रवाह प्रभावित होता है।
ये विशेष सावधानियां बरतें
हार्ट अटैक से बचने के लिए ठंड के मौसम में विशेष सावधानियां बरतनी चाहिए। नियमित रूप से फिजिकल एक्टिविटी करें और प्रतिदिन 30-35 मिनट की वॉक को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएं। अर्ली मॉर्निंग ठंड में बाहर निकलने से बचें और धूप निकलने के बाद ही घर से बाहर जाएं। फैटी और तले-भुने खाने से परहेज करें और संतुलित आहार अपनाएं, जिसमें सब्जियां, फल, और प्रोटीन शामिल हों। ऐसे में स्मोकिंग छोड़ना भी बेहद जरूरी है।
बीपी या हार्ट अटैक
अगर आपके परिवार में बीपी या हार्ट अटैक का इतिहास है, तो विशेष सावधानी रखें। समय-समय पर हेल्थ चेकअप कराएं और कोलेस्ट्रॉल लेवल की जांच कराते रहें। हार्ट पेशेंट्स को विशेष रूप से अपने खान-पान और लाइफस्टाइल पर ध्यान देना चाहिए। ठंड में पूरी सुरक्षा के साथ बाहर निकलें और अपने शरीर को गर्म रखें। इन आदतों को अपनाकर हार्ट अटैक के जोखिम को कम किया जा सकता है। हार्ट अटैक से संबंधित समस्याओं के लिए डॉक्टर से अवश्य सलाह लें।
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