शरीर को स्वस्थ बनाए रखने के लिए ये 10 बेहतर आहार हो सकते हैं मददगार

भोजन सिर्फ जिंदा रहने के लिए ही नहीं, बल्कि शरीर को स्वस्थ और मजबूत बनाए रखने के लिए भी बेहद महत्वपूर्ण है. कहा जाता है कि तंदुरुस्ती दुनिया का सबसे बड़ा धन है. और सबसे ज्यादा सुखी व्यक्ति वही है जिसकी काया सुखी है. भले ही किसी इंसान के पास करोड़ों की दौलत हो, लेकिन यदि उसका शरीर रोग से ग्रसित है, तो फिर उसे उस धन दौलत से भी कोई संतुष्टि नहीं हो सकती है.
प्रत्येक व्यक्ति के लिए सबसे पहला कर्तव्य है, शरीर को स्वस्थ बनाए रखना और इसके लिए सबसे जरूरी आहार है. वैसे तो हर इंसान अपनी इच्छानुसार शाकाहारी या मांसाहारी कोई भी विकल्प चुन सकते हैं. लेकिन मनुष्य की शारीरिक संरचना के आधार पर शाकाहार को ही मनुष्य के लिए सर्वश्रेष्ठ आहार बताया गया है. तो चलिए आज हम आपको उन हेल्दी फूड के बारे में बताते हैं, जो ना सिर्फ शरीर को मजबूत और निरोगी रखते हैं बल्कि शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को भी बढ़ावा देते हैं….
1. सब्जियां – यदि आहार की बात हो, तो उनमें सब्जियों का जिक्र होना तो स्वाभाविक है. क्योंकि सब्जियां शरीर के लिए जरूरी कई प्रकार के विटामिंस और मिनरल्स से भरपूर होती है. और रोगों से लड़ने के लिए आवश्यक पोषक तत्व और एंटीऑक्सीडेंट्स भी इसमें उपस्थित रहते हैं. जब कभी भी कोई बीमार पड़ता है, तो डॉक्टर कुछ विशेष सब्जियां खाने की सलाह देते हैं. क्योंकि सब्जियां ना केवल पचने में आसान होती है, बल्कि उनमें रोगों को हरने वाले गुण भी होते हैं. और ऐसी सब्जियों में लौकी, तोरी, करेला, परमल, मूली, गाजर, गोभी और पत्तेदार सब्जियां मुख्य हैं.
2. अनाज – अन्न प्राणियों को जीवन देने वाला होता है. सभी प्राणियों के प्राण अन्न पर ही टिके होते हैं. अगर किसी व्यक्ति को दो या तीन दिन ही अन्न ना मिले तो उसे ऐसा महसूस होता है, कि जैसे उसके शरीर में बिल्कुल भी ताकत ही नहीं बची है. लेकिन जब अन्न के नैसर्गिक स्वरूप (Natural Nature) को नष्ट कर दिया जाता है तो यही अन्न शरीर को रोग ग्रसित भी बना देता है. अन्न में भी मोटे अनाजों जैसे जौं, बाजरा, मक्का और चने को विशेषता दी गई है. दरअसल इसका कारण इनमें उपस्थित शर्करा की कम मात्रा में छिपा है. इसके अतिरिक्त रेशे की अधिक मात्रा और बलवर्धक होने के कारण यह अन्न पाचन संस्थान के लिए भी विशेष रूप से उपयोगी है.
3. दालें – प्रोटीन का सबसे मुख्य और प्रचुर स्रोत दाल होती है. चिकित्सा विज्ञानियों का कहना है कि हर व्यक्ति को प्रतिदिन एक समय में दाल अवश्य खाना चाहिए, क्योंकि हर दिन करोड़ों कोशिकाओं की मृत्यु होती है और इतनी ही नई कोशिकाएं पैदा हो जाती है. शरीर की वृद्धि से लेकर आंतरिक अंगों के स्वास्थ्य को बनाए रखने तक में प्रोटीन की आवश्यकता होती है, और इसका सबसे सरल माध्यम है दालें. सभी दाले प्रोटीन का शानदार स्रोत होती है. लेकिन मूंग, मसूर, अरहर, उड़द और चने की दाल दुनिया में कुछ सबसे ज्यादा खाई जाने वाली दाले हैं.
4. जड़ी बूटियां – रामायण में जड़ी बूटियों की शक्तियों का काफी विस्तृत वर्णन किया गया है. जब एक घटनाक्रम में लक्ष्मण जी की जान बचाने के लिए संजीवनी बूटी का उपयोग किया जाता है. इन जड़ी-बूटियों की सबसे अच्छी बात यह है कि इन्हें आहार के रूप में भी खाया जा सकता है. क्योंकि आखिरकार आहार वह है जो शरीर को पुष्ट करे, उसकी क्लान्ति मिटाए, उसे जीवनी शक्ति प्रदान करें, और उसे रोगग्रस्त ना होने दें. जड़ी बूटियों की थोड़ी सी मात्रा भी शरीर के स्वास्थ्य को सक्षम बनाए रखने के लिए पर्याप्त है. यह जड़ी बूटियां शक्तिशाली, एंटीऑक्सीडेंट्स और अद्भुत रोग नाशक तत्वों से लैस है. और सबसे अच्छी बात यह है कि इनमें से अधिकतर जड़ी बूटियां हमारे आसपास ही उपलब्ध होती है, जैसे – तुलसी, ब्राह्मी, शंखपुष्पी इत्यादि.
5. लहसुन – सभी के घरों में किचन में मौजूद साधारण सा लहसुन सेहत के लिए कितना फायदेमंद है, यह शायद कोई नहीं जानता होगा. एंटीबैक्टीरियल, एंटीफंगल और एंटीवायरल प्रॉपर्टीज से भरपूर लहसुन, बैक्टीरिया और वायरस की वजह से होने वाली कई गंभीर बीमारियों को दूर रखने में सहायता करता है. एक सप्ताह में लहसुन की सिर्फ छ: कलियां खाने से कोलोरेक्टल कैंसर, पेट का कैंसर और प्रोस्टेट कैंसर का खतरा 50 फ़ीसदी तक कम हो जाता है. लहसुन में उपस्थित सल्फर कंपाउंड्स कैंसरकारी तत्वों को शरीर से बाहर निकालने में मदद करते हैं.
6. फल – यदि ऐसे किसी एक आहार का नाम लेना हो, जो स्वादिष्ट होने के साथ-साथ पोषक तत्वों से भी भरपूर हो और आसानी से उपलब्ध भी हो जाए. तो सभी को सिर्फ फलों का ही ध्यान आएगा. फल ना सिर्फ पचने में सुगम होते हैं, बल्कि शरीर की जैव रासायनिक क्रियाओं के लिए अनिवार्य विटामिन और मिनरल्स का भी प्रचुर स्रोत होते हैं. इतना ही नहीं बल्कि फलों को रोगियों का तो मित्र ही कहा गया है, क्योंकि शरीर के प्रत्येक अंग के स्वास्थ्य और कार्यकुशलता को बेहतर बनाने में फल अपना योगदान देते हैं. और यह कमजोर शरीर पर बिल्कुल भी भार नहीं डालते हैं. इन फलों में भी पपीता, सेव, अमरुद, अनार, आम, केला, जामुन और नारियल विशेष रूप से उपयोगी है.
7. दूध – किसी व्यक्ति ने कभी अमृत को देखा हो या नहीं, लेकिन उसका नाम जरूर सुना होगा. और अगर इसके पीछे के छिपे अर्थ को देखें तो इस दुनिया में एक ऐसा पदार्थ उपस्थित है, जिसकी तुलना अमृत से की जा सकती है. और वह पदार्थ दूध है. जिसे वैज्ञानिक भी संपूर्ण भोजन मानते हैं. दूध में प्रोटीन, वसा, खनिज और विटामिन समेत वह हर चीज उपस्थित है, जो मानव शरीर के लिए अनिवार्य है. हमारे पूर्वज इस बात से अच्छी तरह परिचित थे, इसीलिए उन्होंने दूध की पूर्ति के लिए गौपालन पर विशेष बल दिया था.
8. दही – इसमें प्रोबायोटिक्स होता है, जो कि एक हेल्थी बैक्टीरिया है और यह आंत को सही तरीके से कार्य करने में सहायता करते हैं. ताकि शरीर का पाचन तंत्र हेल्थी बना रहे. इसके अलावा दही में कैल्शियम, मैग्नीशियम, विटामिन B12 जैसे पोषक तत्व भी पाए जाते हैं. जो पेट से जुड़ी कई बीमारियों जैसे अल्सर, यूटीआई आदि दूर करने में सहायक है. इसके साथ ही यह प्रोबायोटिक्स इम्यूनिटी सिस्टम को मजबूत बनाने में भी मदद करते हैं.
9. जल – आहार का सामान्य तात्पर्य मनुष्य की तृप्ति और शरीर के स्वास्थ्य से होता है. इसलिए जल को भी आहार माना जा सकता है. सभी जानते हैं कि ‘जल ही जीवन है’. बिना भोजन किए इंसान कई दिन तक जिंदा रह सकता है, लेकिन यदि उसे पानी ना मिले तो 72 घंटे से अधिक जिंदा रह पाना बहुत मुश्किल है. मानव शरीर के अंदर बनने वाले विषैले पदार्थ सिर्फ पानी की सहायता से ही बाहर निकलते हैं. जल एक स्वतंत्र चिकित्सा पद्धति भी है, जिससे कई प्रकार के रोग दूर होते हैं.
10. चिया सीड्स – चिया सीड्स या बीज बहुत ही गंभीर बीमारियों से बचाने के अलावा शरीर को सेहतमंद बनाए रखने में मदद करते हैं. इसमें प्रचुर मात्रा में अमीनो एसिड और प्रोटीन उपस्थित होता है. चिया बीज का नियमित सेवन करने से हृदय से जुड़ी समस्या से राहत पाई जा सकती है. और इसे एक बेहतरीन विकल्प माना जाता है क्योंकि इसमें कैल्शियम अधिक मात्रा में पाया जाता है. चिया सीड्स खून में मौजूद शुगर लेवल को नियंत्रित करने में भी कारगर साबित होते हैं.