बढ़ते प्रदूषण और बदलते मौसम से क्या आपके गले में भी है दर्द तो जानें क्या करें?
बदलता मौसम कई बदलाव लाता है। यह सभी को प्रभावित करता है, चाहे छोटे बच्चे हों या बड़े बुजुर्ग। बारिश के बाद ठंड का मौसम आते ही वातावरण ठंडा और नम हो जाता है। इससे कई बीमारियां भी पैदा होने लगती हैं। गले में दर्द, खराश और खांसी अक्सर मौसम बदलने के साथ होने लगते हैं। प्रदूषण भी बहुत बढ़ जाता है जब ठंड का मौसम शुरू होता है या धूल-मिट्टी का स्तर बढ़ता है। यही कारण है कि गले की ये समस्याएं और भी खराब हो जाती हैं। ऐसे में हमें गले के दर्द और खराश से बचने के लिए कुछ उपायों का पालन करना चाहिए।
डाइट में करें बदलाव
जैसे-जैसे मौसम बदलता है, हमें अपने आहार में भी बदलाव करना चाहिए। गर्मियों की तुलना में सर्दियों में भोजन में गर्म तासीर वाले खाद्य पदार्थों की मात्रा बढ़ानी चाहिए। शरीर को गर्म रखने वाले पदार्थों में दूध, दही, घी, अंडे, मूंगफली का लड्डू, गाजर का हलवा, मूली का साग और अन्य गर्म पदार्थ शामिल हैं। नींबू पानी, अदरक चाय, सूप और गर्म पानी पीने से भी शरीर को अंदर से गर्मी मिलती है। यही कारण है कि गर्म तासीर वाले भोजन करने से ठंड का प्रभाव कम होता है और हम मौसमी बीमारियों से बचते हैं।
गर्म पानी से गरारा
गर्म पानी से गला धोना बहुत फायदेमंद होता है जब भी गला खराश या दर्द होता है। गले को गर्म पानी और नमक से धोने से कई फायदे मिलते हैं। गले की खराश और दर्द को गर्म पानी से राहत मिलती है। यह सूजन को कम करके गले की मांसपेशियों को ढीला करता है।
अदरक और नींबू के करें गरारा
नमक, अदरक या नींबू को गर्म पानी में गरारा करने से और भी अधिक फायदा होता है। गर्म पानी से रोजाना गला धोने से गले की खराश जल्दी ठीक हो जाती है। इसलिए गले में खराश होने पर गर्म पानी, नींबू और अदरक से गरारा करना चाहिए।