किसान आंदोलन की पहली बरसी, एक लाख किसान होंगे शामिल

नई दिल्ली: किसान आंदोलन अगले 26 नवंबर को एक साल पूरा कर लेगा। पहली बरसी के आयोजन की तैयारी जोर शोर से चल रही है। पंजाब , हरियाणा , राजस्थान और उत्तरप्रदेश में किसान नेता लगातार लोगों से अपील कर रहे हैं कि वो 26 नवंबर को दिल्ली पहुँचे औऱ रैली में शरीक हों।
किसान नेताओं के मुताबिक करीबन एक लाख किसानों के इस रैली में शामिल होने की उम्मीद है। भारतीय किसान यूनियन ने अपने पंडाल में बड़ी संख्या में किसानों को समायोजित करने की तैयारी शुरू कर दी है। संगठन के सचिव शिंगारा सिंह ने कहा, ’10 एकड़ से अधिक की एक नई, खुली जगह को चिह्नित किया गया है और वहां पर एक पंडाल स्थापित किया जा रहा है. पुराने स्थान पर लगाए गए शेड का उपयोग किसानों के रात में सोने के लिए किया जाएगा. हम उम्मीद करते हैं कि 26 नवंबर को एक लाख से अधिक लोग यहां पहुंचेंगे।
गौरतलब है कि किसान 26 नवंबर को ‘चलो दिल्ली’ के कार्यक्रम और 29 नवंबर को संसद की ओर ट्रैक्टर ट्रॉली मार्च पर अभी भी अड़े हुए हैं , बावजूद इसके कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद के शीतकालीन सत्र में तीनों केंद्रीय कृषि कानूनों को निरस्त करने की घोषणा की हुई है।
बहरहाल , आज 11.00 बजे कैबिनेट की बैठक होगी । बैठक में कृषि कानून की वापसी के संबंध में प्रस्ताव लाया जा सकता है। सूत्रों के मुताबिक कृषि कानून की वापसी पर कैबिनेट अपनी मुहर लगाएगी।
उधर, सिंघु बार्डर पर आज संयुक्त किसान मोर्चा का एक साल मनाने के लिए पंजाबी सिंगर बब्बू मान 1.00 बजे सिंघु बॉर्डर आएँगे। किसानों का हौसला बढ़ाने के लिए वो वहाँ संगीत का कार्यक्रम भी करेंगे।