MP Politics: कांग्रेस की जमीन तलाशने दिग्गी राजा का मिशन बुंदेलखंड

मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) कल यानी मंगलवार से बुंदेलखंड के दौरे पर जाएंगे। इस दौरान वह कांग्रेस नेताओं के बीच चल रहे भीतरी मनमुटाव को खत्म कर उन्हें एकजुट करने का प्रयास करेंगे। प्रदेश में कांग्रेस सत्ता वापसी के लिए हर एक प्रयास कर रही है, इसलिए कांग्रेस चीफ़ कमलनाथ और पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह प्रदेश में ताबड़तोड दौरे कर रहे है। आपको बता दें कि मध्यप्रदेश के बुंदेलखंड वाले हिस्सों के 6 जिलों की 26 विधानसभा सीटों पर कांग्रेस पूरी तरह संगठन को मजबूत करना चाहेगी, जिससे उसे दोबारा सत्ता मिल सके। बुंदेलखंड़ के टीकमगढ़ और निवाड़ी दो जिलों में कांग्रेस का एक भी विधायक नही है।
वही इस यात्रा पर अब बीजेपी के राष्ट्रिय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने चुटकी ली है। उन्होंने जबलपुर में कहा कि यह यात्रा बीजेपी के लिए शुभ हो, इस उम्र में भी दिग्विजय सिंह का जज्बा कायम है। लेकिन इस यात्रा से कांग्रेस को कोई भी परिणाम नही मिलेगा। प्रदेश के लोगों ने कमलनाथ और दिग्विजय सिंह के 15 महिनों की सरकार को देखा है, कांग्रेस पर अब जनता को भरोसा नही रहा।
आपको बता दें कि बुंदेलखंड को बीजेपी की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती का क्षेत्र माना जाता है, इसी वजह से भाजपा को इस क्षेत्र के कुछ हिस्सों में बड़ी मजबूती मिली है। बुंदेलखंड का इलाका उत्तर प्रदेश की सीमा से सटा हुआ है। ऐसे में यहां सपा और बसपा का भी प्रभाव देखने को मिलता है। इस क्षेत्र की 26 सीटों में से 2018 के चुनाव में दमोह की पथरिया में बसपा और छतरपुर की बिजावर सीट पर सपा के प्रत्याशी ने जीत दर्ज की थी। टीकमगढ़, निवाड़ी, छतरपुर जिलों की सीटों पर भी सपा, बसपा बड़ी ताकत दिखाती रही है। कांग्रेस इस चुनाव में अपनी सीटों की संख्या बढ़ाने की रणनीति बनाने में जुटी है।