UPSC में नहीं मिली सफलता, तो मिलिट्री मशरूम की खेती कर कमा रहे लाखों

आज के समय में देश में सबसे ज्यादा युवा बेरोजगार हैं। देश में युवा अच्छी पढ़ाई करने के बाद नौकरी की ालास करता घूमता रहता है | लेकिन अच्छे पैसो के चलते नौकरी न मिलने के कारण उन्हें निराशा ही झेलने पड़ती है | युवाओं को अच्छे पढ़ाई करने के बाद युवाओं को नौकरी के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है। लेकिन उन्हीं में से कुछ ऐसे भी युवा है जो पढ़ाई के बाद नौकरी न करके व्यापार और खेती की ओर रुख कर रहे हैं।
राजस्थान के गंगानगर जिले के रहने वाले अभय बिश्नोई, संदीप बिश्नोई और मनीष बिश्नोई सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे थे। लेकिन वे लगातार दो बार असफल रहे। इस असफलता ने निराश होकर बैठ जाने के बजाए इन तीनों दोस्तों ने अपना स्टार्टअप शुरू करने का फैसला किया। उसी दौरान अभय को एक दोस्त से मिलिट्री मशरूम के बारे में पता चला।
विदेशों में इसकी भारी डिमांड को देख, अभय इसकी खेती के बारे में जानकारी जुटाने लगे। साल 2018 में तीनों दोस्तों ने इस खेती की ट्रेनिंग ली और 2019 में अपने गाँव में ही 12 लाख की लागत से मिलिट्री मशरूम की खेती शुरू की। आज वे हर तीन महीनें में 7 किलो मिलिट्री मशरूम का उत्पादन कर रहे हैं, जिसका टर्न ओवर करीब 5.50 लाख रुपये है। इसके साथ ही ये तीनों दोस्त गाँव के लोगों को रोज़गार भी उपलब्ध करा रहे है।