Delhi NCR

Delhi : यह जंग भारत में शिक्षा के अधिकार और शिक्षा माफिया के बीच है, शिक्षा के मामले में ‘‘आप’’ चुप नहीं बैठेगी : मनीष सिसोदिया

Delhi : केजरीवाल सरकार द्वारा सुंदर नगरी, किराड़ी और रोहिणी सेक्टर-27 में बनाए गए तीन नए सरकारी स्कूलों को जल्द से जल्द खोलने की मांग को लेकर ‘‘आप’’ की वरिष्ठ नेता व नेता प्रतिपक्ष आतिशी ने शिक्षा मंत्री आशीष सूद को चिट्ठी लिखी है। भाजपा सरकार द्वारा विश्वस्तरीय बनकर तैयार तीनों नए स्कूलों में दाखिला प्रक्रिया शुरू नहीं होने पर ‘‘आप’’ के वरिष्ठ नेता व दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने एक्स पर सवाल उठाया है। उन्होंने तीनों स्कूलों की नई बिल्डिंग की फोटो साझा करते हुए भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि दिल्ली के गरीब-मध्यम वर्ग के बच्चों को शिक्षा माफिया के हाथों लुटने के लिए भाजपा मजबूर कर रही है। यह जंग भारत में शिक्षा के अधिकार और शिक्षा माफिया के बीच है। शिक्षा के मामले में ‘‘आप’’ चुप नहीं बैठेगी।

मनीष सिसोदिया ने कहा कि भाजपा के राज में दिल्ली के सरकारी स्कूलों पर ताले लगे हैं। तस्वीरों में दिख रहे शानदार सरकारी स्कूल सुंदर नगरी, किराड़ी और रोहिणी जैसे घनी आबादी वाले इलाकों में अरविंद केजरीवाल की सरकार के दौरान बनाए गए थे। बिल्डिंग्स तैयार है, स्मार्ट क्लास, लैब, लाइब्रेरी, रंग-बिरंगी क्लासें सब कुछ है। जनवरी 2025 से चालू होने थे। लेकिन भाजपा सरकार आई और इन स्कूलों में ताले लगवा दिए। भाजपा चाहती है कि गरीब-मध्यम वर्ग के बच्चे मजबूरी में शिक्षा माफिया के हाथों लुटने को मजबूर हों। इन स्कूलों में ताले लगाकर हज़ारों बच्चों का भविष्य बर्बाद किया जा रहा है। यह आम आदमी पार्टी और भाजपा के बीच की चुनावी लड़ाई नहीं है। यह जंग है भारत में शिक्षा के अधिकार और शिक्षा माफिया के बीच। शिक्षा के मामले में ‘‘आप’’ चुप नहीं बैठेगी।

वहीं, आम आदमी पार्टी की वरिष्ठ नेता व नेता प्रतिपक्ष आतिशी ने शनिवार को दिल्ली सरकार में शिक्षा मंत्री आशीष सूद को पत्र लिखकर कहा है कि मीडिया में प्रकाशित खबरों से पता चला है कि रोहिणी सेक्टर 27, सुंदर नगरी और किराड़ी में बने दिल्ली सरकार के तीन स्कूल भवन, जो पूरी तरह तैयार हैं, उनमें मौजूदा शैक्षणिक सत्र में अभी तक दाखिले शुरू नहीं हुए। ये स्कूल भवन खास तौर पर इन घनी आबादी वाले इलाकों में बनाए गए थे, क्योंकि आसपास सरकारी स्कूलों की कमी थी। इस वजह से या तो इलाके के सरकारी स्कूलों में भीड़भाड़ थी या माता-पिता को मजबूरी में अपने बच्चों को प्राइवेट स्कूलों में भेजना पड़ता था। ये स्कूल भवन नवंबर 2024 से जनवरी 2025 के बीच बनकर तैयार हो गए थे। इनमें अप्रैल 2025 से नए शैक्षणिक सत्र में छात्रों के दाखिले होने थे।

‘यह सारे काम भाजपा सरकार के दायरे में…’

आतिशी ने कहा है कि इसके बावजूद, भवन तैयार होने के बाद भी इन स्कूलों में दाखिले शुरू नहीं हुए। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ये स्कूल छोटी-मोटी समस्याओं जैसे बिजली और पानी के कनेक्शन की वजह से चालू नहीं हो पाए और यह सारे काम भाजपा सरकार के दायरे में आते हैं।

आतिशी ने कहा है कि “आप” सरकार के कार्यकाल में सरकारी स्कूलों की शिक्षा हमारी प्राथमिकता थी। दुर्भाग्य से ऐसा लगता है कि भाजपा सरकार को गरीब और मध्यम वर्ग के छात्रों की शिक्षा की कोई परवाह नहीं है। इन नए सरकारी स्कूलों में दाखिले शुरू न करके ऐसा प्रतीत होता है कि भाजपा सरकार चाहती है कि छात्र प्राइवेट स्कूलों में पढ़ें। यही कारण है कि दिल्ली के लोगों में यह धारणा बढ़ रही है कि भाजपा सरकार प्राइवेट स्कूल माफिया के साथ साठगांठ में है।

आतिशी ने शिक्षा मंत्री से अनुरोध किया है कि जरूरी अधिसूचनाएं जारी करें ताकि इन तीनों स्कूलों में छात्रों के दाखिले हो सकें और चल रही गर्मी की छुट्टियों के बाद इन स्कूल भवनों का उपयोग तुरंत शुरू हो सके।

आतिशी ने एक्स पर कहा है कि इन घनी आबादी वाले इलाकों में अरविंद केजरीवाल ने शानदार स्कूल स्कूल बनवाए। नवंबर 2024 से जनवरी 2025 के बीच तीनों स्कूल बन कर तैयार हो गए। लेकिन शिक्षा विरोधी भाजपा सरकार ने इन स्कूलों में एडमिशन ही नहीं किए। बिल्डिंग्स पर ताला लगा है। क्या भाजपा चाहती है कि इन इलाकों के बच्चे प्राइवेट स्कूलों में पढ़ें? इन स्कूलों को जल्द-से-जल्द चालू किया जाए।

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