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Delhi: नए DUSU अध्यक्ष ने DMK नेताओं पर साधा निशाना, कहा- स्टालिन जैसे लोगों को जुबान पर नियंत्रण रखने की जरूरत

दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) चुनाव में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने अध्यक्ष समेत तीन पदों पर जीत हासिल की। नवनियुक्त डूसू अध्यक्ष तुषार डेढ़ा ने कहा कि उदयनिधि स्टालिन जैसे लोग जो बेवजह सनातन धर्म के बारे में आपत्तिजनक बयान देते हैं, उन्हें अपनी जुबान पर काबू रखना चाहिए। इस देश की आबादी 140 करोड़ है और यह कई धर्मों और संप्रदायों का घर है। सभी की भावनाओं का सम्मान किया जाना चाहिए और जिम्मेदार लोगों को समाज में नफरत फैलाने वाले बयान नहीं देने चाहिए।’

23 सितंबर को होने वाले डूसू चुनाव में भारी बहुमत से जीत हासिल करने वाले तुषार डेढ़ा ने अमर उजाला से कहा कि दिल्ली यूनिवर्सिटी अपने आप में एक ‘मिनी इंडिया’ की तरह है। यहां देश के कोने-कोने और हर प्रांत से सभी धर्मों और समुदायों के बच्चे शिक्षा प्राप्त करने आते हैं। वे सभी के लिए समान रूप से काम करेंगे और सभी के सहयोग पर भरोसा करेंगे। उन्होंने कहा कि दिल्ली विश्वविद्यालय के हर छात्र को आरामदायक माहौल मुहैया कराना हर व्यक्ति की जिम्मेदारी है और वह सभी को साथ लेकर इस काम को पूरा करेंगे।


राष्ट्रीय विचारों से विजय प्राप्त हुई

तुषार डेडा ने कहा कि देश के युवाओं में राष्ट्रवादी भावना अब चरम पर है। उनकी जीत का मुख्य कारण कई युवाओं का राष्ट्रवादी विचारों को समर्थन देना था। यह विचार भविष्य में भी विकसित होता रहेगा। उन्होंने कहा कि राष्ट्रवाद से प्रेरित युवा देश की सबसे बड़ी संपत्ति हैं और यह पीढ़ी भारत को दुनिया के शीर्ष पर ले जाने में सबसे बड़ा योगदान देगी। वह दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्रों को उनके सभी सपने हासिल करने में मदद करेंगे।

दिल्ली विश्वविद्यालय को नई आवश्यकताओं के अनुसार ढालने की जरूरत

उन्होंने कहा, नई आवश्यकताओं के अनुरूप दिल्ली विश्वविद्यालय की आवश्यकताओं में भी बदलाव किया गया है। यहां बड़ी संख्या में छात्र पढ़ने के बावजूद आवास की भारी कमी है। पुस्तकालयों एवं अन्य सुविधाओं की भारी कमी है। उनका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि यहां पढ़ने के लिए आने वाले प्रत्येक छात्र को उपयुक्त आवास की सुविधा मिले।

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