UP: गिरफ्तारी का भय दिखाकर बैंक कर्मियों ने ही कर दी साइबर ठगी  

Cyber Crime in Varanasi

Cyber Crime in Varanasi

Share

Cyber Crime in Varanasi:  अक्सर जब कोई साइबर ठगी का शिकार होता है तो वह बैंक में फोन करता है. वहीं इसकी सूचना पुलिस वालों को भी दी जाती है. सोचिए अगर बैंक कर्मी ही आपके साथ साइबर ठगी की घटना को अंजाम दें तो… दरअसल ऐसा एक मामला वाराणसी में समाने आया है. यहां हुई सबसे बड़ी साइबर ठगी के मास्टरमाइंड को पुलिस ने धर दबोचा. हैरानी वाली बात यह कि ये आरोपी कोई और नहीं खुद भी बैंक कर्मी ही हैं.

रिटायर्ड शिक्षिका के साथ दिया वारदात को अंजाम

वाराणसी की रहने वाली सेंट जांस मड़ौली की रिटायर्ड शिक्षिका ने 13 मार्च को साइबर क्राइम पुलिस थाने में एक रिपोर्ट दर्ज करवाई। इसमें उन्होंने बताया कि उन्हें आठ मार्च को किसी अनजान नंबर से कॉल आया। इसके बाद फोन करने वाले ने उन्हे किसी मामले में गिरफ्तार करने की धमकी देते हुए उनसे उनके बैंक खातों और परिवार का विवरण ले लिया. इसके बाद उनके खातों से तीन करोड़ 55 लाख रुपये पार कर लिए गए.  

आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़े

रिपोर्ट दर्ज होने के बाद पुलिस ने मामले में गहनता से जांच शुरू की। इसमें तकनीकी अनुसंधान की भी मदद ली गई. इसके बाद वाराणसी पुलिस ने आरोपियों को धर दबोचा. पुलिस को जांच में पता चला कि ठगी करने वाले कोई और नहीं बल्कि किसी निजी बैंक के कर्मी ही हैं. इनमें से एक आरोपी निजी बैंक, लखनऊ का रीजनल हेड है तो दूसरा निजी बैंक का कैशियर. दोनों सगे भाई हैं.

की हैं और भी वारदात

पूछताछ में पता लगा कि इनका गिरोह अब तक कई और वारदातों को भी अंजाम दे चुका है. इन लोगों ने गिरफ्तारी का भय दिखाकर पीड़िता के मोबाइल में स्काई एप डाउनलोड कराया और फिर स्क्रीन शेयरिंग करके बैंक खातों की रकम को साफ कर दिया. पुलिस को आरोपियों से कई और अहम सुराग भी मिले हैं.

यह भी पढ़ें: Danish join Congress: ‘हाथी’ से उतारे गए दानिश को भाया ‘हाथ’ का साथ

Hindi Khabar App: देश, राजनीति, टेक, बॉलीवुड, राष्ट्र, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल, ऑटो से जुड़ी ख़बरों को मोबाइल पर पढ़ने के लिए हमारे ऐप को प्ले स्टोर से डाउनलोड कीजिए।

अन्य खबरें