गरीबों को गरीब रखना चाहती है कांग्रेस : जेपी नड्डा

नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे (Mallikarjun Kharge) की ओर से रविवार को केंद्र सरकार (Central government) पर सेना और ब्यूरोक्रेसी (Bureaucracy) के राजनीतिकरण का आरोप लगाए जाने के बाद भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) ने पलटवार किया है। खरगे ने आरोप लगाया था कि मोदी सरकार केवल प्रचार में ही लगी रहती है। उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा था कि जब मोदी सरकार के खिलाफ देश में एक माहौल बन रहा है तब उन्होंने एक आदेश निकाला है कि अफसर अब उनकी सरकार के प्रचार के लिए रथ प्रभारी बनेंगे। अब वो सरकारी कार्य छोड़कर सरकार की रथ यात्रा निकालेंगे। इससे पहले फौजियों को भी आदेश दे दिया गया है कि जब वो छुट्टी पर घर जाएं तो सरकारी योजनाओं का प्रचार करें।
खरगे के आरोपों पर भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा का पलटवार
मल्लिकार्जुन खरगे की ओर से लगाए गए आरोपों पर भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने X हैंडल से पोस्ट करके जवाब दिया। एक पोस्ट में उन्होंने लिखा कि शायद कांग्रेस पार्टी के लिए यह एक अलग अवधारणा है, किंतु सार्वजनिक सेवा प्रदान करना सरकार का कर्तव्य है। उन्होंने आगे लिखा कि अगर मोदी सरकार सभी योजनाओं की परिपूर्णता सुनिश्चित करना चाहती है और सभी लाभार्थियों तक पहुंचना सुनिश्चित करना चाहती है तो गरीबों के हित को ध्यान में रखने वाले किसी भी व्यक्ति को परेशानी नहीं हो सकती है। इसी के साथ उन्होंने कहा कि कांग्रेस की रुचि केवल गरीबों को गरीबी में रखने में है और इसलिए वह परिपूर्णता अभियान का विरोध कर रही है।
मल्लिकार्जुन खरगे के रथ प्रभारी वाले तंज पर जेपी नड्डा का जवाब
एक और पोस्ट में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि यह देखकर हैरानी होती है कि कांग्रेस को योजनाओं की पूर्ति सुनिश्चित करने के लिए जमीनी स्तर तक पहुंचने वाले पब्लिक सर्वेंट्स से परेशानी है। अगर यह शासन का मूल सिद्धांत नहीं है तो क्या है? उन्होंने परोक्ष रूप से खरगे को जवाब दिया कि रथ के विरोध के संबंध में यह युद्धपोतों को निजी नौकाओं के रूप में उपयोग करने के उलट सार्वजनिक संसाधनों का सही उपयोग है।
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