सीएम धामी ने राज्य के सभी तेरह जिलों के विकास में निगरानी करने के लिए 13 IAS अधिकारियों को सौंपी जिम्मेदारी

जिलों में विकास के कामों की निगरानी के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने तेरह IAS अधिकारियों को जिम्मेदारी दी है। मुख्यमंत्री ने राज्य के सभी तेरह जिलों में IAS अधिकारियों को प्रभारी बनाया है। अधिकारियों को विकास कार्यों की समीक्षा के साथ ही जिलों का शासन के साथ समन्वय बेहतर करने का जिम्मा दिया गया है।
राज्य को 2025 तक देश के अग्रणी राज्यों में शामिल करने के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी मिशन मोड में काम कर रहे हैं। इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए जिलों में विकास योजनाओं पर तेजी से काम हो रहा है। अब इन कामों की लगातार समीक्षा के लिए मुख्यमंत्री ने तेरह आईएएस अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंप दी हैं। इसके लिए सीएम धामी ने सभी तेरह जिलों में आईएएस अधिकारियों को प्रभारी नामित किया है।
हरिद्वार जिले में प्रमुख सचिव आर. के सुधांशु, नैनीताल जिले में प्रमुख सचिव एल. फैनई, टिहरी में सचिव सचिन कुर्वे, पिथौरागढ़ में सचिव रविनाथ रमन , रूद्रप्रयाग में सचिव आर. राजेश कुमार, देहरादून में सचिव नितेश कुमार झा को प्रभारी बनाया गया है। वहीं पौड़ी में सचिव दिलीप जावलकर, उधमसिंहनगर में सचिव वी वी आर सी पुरुषोत्तम, अल्मोड़ा में सचिव पंकज कुमार पांडेय, चंपावत में सचिव चंद्रेश कुमार यादव, उत्तरकाशी में सचिव हरिश्चंद्र सेमवाल, बागेश्वर में सचिव विनोद कुमार सुमन और चमोली में सचिव दीपेंद्र कुमार चौधरी को प्रभार दिया गया है। प्रभारी नामित किए गए अफसरों की मुख्य रूप से ये जिम्मेदारियां होंगी।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा है कि जिलों में सरकारी योजनाओं को आगे बढ़ाने में अधिकारियों की भूमिका अहम है। ऐसे में जिलों में योजनाओं पर काम सही तरीके से हो और शासन स्तर से इसमें पूरी मदद मिले इसे सुनिश्चित किया जाना जरूरी है। जिलों में जनसमस्याओं को दूर करने के लिए लगने वाले जनचौपाल और तहसील दिवस का नियमित आयोजन हो इस पर भी नजर रखने की जरूरत है। इसीलिए शासन के वरिष्ठ अधिकारियों को जिलों का प्रभारी बनाया गया है । प्रभारी अधिकारी, जिलों और शासन के बीच एक सेतु की तरह काम करेंगे जिन पर विकास योजनाओं की गाड़ी तेजी से दौड़ सकेगी।