CM भगवंत मान ने मातृ भाषा को लेकर दिया बड़ा बयान, जानें

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पंजाब सरकार एक बार फिर से सुर्खियों में हैं। जानकारी के लिए बता दें कि पंजाबी माह साहित्य और संस्कृति कार्यक्रम सर्वश्रेष्ठ पुस्तक पुरस्कार वितरण 2022 पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान अपनी पत्नी डॉ. गुरप्रीत कौर के साथ पहुंचे, जहां उनके साथ पंजाब के उच्च शिक्षा मंत्री गुरमीत सिंह भी पहुंचे, जहां श्री गुरु नानक देव यूनवर्सिटी के वी.सी. प्रो. जसपाल सिंह संधू और यूनिवर्सिटी और जिला प्रशासन की ओर से उनका भव्य स्वागत किया गया है।

इतना ही नहीं उन्होंने इस खास मौके पर उन्होंने पंजाब की भाषा को लेकर भी बड़ा बयान दिया जिसको आपको जरूर जानना चाहिए उन्होंने पंजाबी मातृ भाषा को लेकर पंजाबियों को अपील की है।  सारे दफ्तरों में पंजाबी भाषा को प्राथमिकता दी जाए।सी.एम.मान ने ये भी कहा कि 21 फरवरी को जो राष्ट्रीय दिवस के साइन बोर्डों पर पंजाबी में लिखे जाए। बाकी भाषाओं का इस्तेमाल बाद में किया जाए। उन्होंने कहा कि 21 फरवरी के बाद प्रशासन सख्ती से कार्रवाई करेग और अगर जरा सी भी कोताही बरती गई तो सरकार उसके लिए जिम्मेदार है।

इस अवसर पर बोलते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बड़े ही कम शब्दों में पंजाबी भाषा के महत्व के बारे में बताया और कहा कि वह अपनी मातृभाषा को याद करके अपनी संस्कृति और विरासत को बचा सकते हैं क्योंकि हर देश के लोग अपनी मातृभाषा से प्यार करते हुए मां बोली को कभी नहीं भूलते और हर जगह अपनी मां बोली को पेश करते हैं।

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