26 लाख के चार इनामी समेत 22 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण

26 लाख के चार इनामी समेत 22 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण
Chhattisgarh : छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में नक्सलियों के खिलाफ सुरक्षा बलों की तरफ से जारी एंटी नक्सल अभियान का खौफ माओवादियों और अन्य संगठनों से जुड़े नक्सलियों पर दिखने लगा है। ऐसा इसलिए कि 26 लाख के चार ईनामी समेत 22 नक्सलियों ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया है। आत्मसमर्पण करने वाले सभी नक्सली काफी समय से माओवादी संगठनों के लिए काम कर रहे थे।
अलग-अलग क्षेत्रो में में सक्रिय थे
आत्मसमर्पण करने वाले नक्सली बीजापुर के अलग-अलग क्षेत्रो में में सक्रिय थे और शासन द्वारा चलाए जा रहे हैं नियद नेल्लानार योजना और पुनर्वास नीति से प्रभावित भी थे। साथ ही एंटी नक्सल ऑपरेशन के दौरान जवानों के बढ़ते दबाव के चलते सभी ने संगठन छोड़ कर सरेंडर करने का फैसला लिया। आत्मसमर्पण करने वाले नक्सली PLGA बटालियन नंबर एक तेलंगाना स्टेट कमिटी और सीआरसी कंपनी नंबर-2 जे, जनमिलीशिया कमांडर जैसे संगठनों से जुड़े हैं।
छह महिला नक्सली भी शामिल हैं
बीजापुर के एडिशनल एसपी चंद्रकांत गवर्णा ने बताया कि जिले में स्थानीय नक्सलियों को लगातार सरेंडर करने की अपील की जा रही है जिसके चलते तीन महीनों में अब तक 150 से ज्यादा नक्सलियों ने सरेंडर किया है। मंगलवार को भी सीआरपीएफ और बीजापुर पुलिस से संपर्क कर 22 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है। 22 नक्सलियों में छह महिला नक्सली भी शामिल हैं।
आठ लाख रुपये का ईनाम घोषित था
बता दें कि आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों में कमली हेमला PLGA बटालियन नंबर एक की सदस्य थी। कमली हेमला पर आठ लाख रुपये का ईनाम घोषित था। इसके अलावा मुया माड़वी तेलंगाना स्टेट कमिटी के अंतर्गत सीआरसी कंपनी नंबर दो में पार्टी सदस्य था। मुया माड़वी पर भी आठ लाख रुपये का ईनाम घोषित था।
डिवीजन प्रेस टीम का कमांडर था
सोनू ताती पश्चिम बस्तर डिवीजन प्रेस टीम का कमांडर था। सोनू ताती पर भी पांच लाख रुपये का ईनाम घोषित था। महेश पूनेम PLGA का सदस्य था और इस पर पांच लाख रुपये का ईनाम घोषित था।
माओवादियों की भी जानकारी ली जा रही है
एडिशनल एसपी चंद्रकांत गवर्णा ने बताया कि सरेंडर किए सभी नक्सलियों को प्रशासन की तरफ से पच्चीस-पच्चीस हजार रुपये प्रोत्साहन राशि दी गई है। इन नक्सलियों के सरेंडर करने से माओवादी संगठन को बड़ा झटका लगा है। सरेंडर करने वाले नक्सलियों से इलाके में सक्रिय माओवादियों की भी जानकारी ली जा रही है।
माओवादियों को काफी आकर्षित किया
बीजापुर पुलिस के द्वारा नक्सलियों से अपील की जा रही है कि वह सरकार की नई आत्मसमर्पण और पुनर्वास नीति का लाभ उठाएं और समाज के मुख्य धारा में शामिल हो जाएं। उन्होंने बताया कि सरकार की नई पुनर्वास नीति के तहत मिलने वाले फायदों ने कई माओवादियों को काफी आकर्षित किया है।
160 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया
एडिशनल एसपी चंद्रकांत गवर्णा ने नक्सलियों से अपील की है कि वह बाहरी लोगों की खोखली विचारधारा से बाहर निकलें और समाज के मुख्यधारा में शामिल हो जाएं। जहां वे नैतिक रूप से सामान्य जीवन जी सकें। एडिशनल एसपी चंद्रकांत गवर्णा के मुताबिक पिछले तीन महीनों में 160 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है।
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