Advertisement

White Paper: संसद में वित्त मंत्री ने पेश किया श्वेत पत्र, कहा- औसत दर्जे की थीं यूपीए सरकार की आर्थिक नीतियां

White Paper: central government presented white paper in loksabha news in hindi
Share
Advertisement

White Paper: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज (8 फरवरी) लोकसभा में 2014 के पहले की भारतीय अर्थव्यवस्था से जुड़ा एक श्वेतपत्र पेश किया। इस श्वेतपत्र में यूपीए सरकार के आर्थिक कुप्रबंधन के बारे में बताया गया है। वित्त मंत्री ने श्वेत पत्र में तत्कालीन सरकार के किए लेखे जोखे पर बात की।

Advertisement

आर्थिक क्रियाकलावों को सुचारु रूप से नहीं चला पाई UPA

वित्त मंत्री ने कहा कि UPA सरकार आर्थिक क्रियाकलावों को सुचारु रूप से चलाने में विफल रहीं थी। UPA की ओर से लिए गए निर्णय देश को और पीछे की ओर ले गए थे। सरकार ने कहा कि जब यूपीए सरकार सत्ता में थी तो उनकी आर्थिक नीतियां औसत दर्जे की थीं और जैसे-जैसे दशक बीतता गया वे और खराब होती चली गईं।

UPA सरकार ने बाधओं से अर्थव्यवस्था की खराब

श्वेत पत्र के अनुसार यूपीए सरकार आर्थिक गतिविधियों को सुविधाजनक बनाने में बुरी तरह विफल रहीं थी। बल्कि यूपीए सरकार ने देश में ऐसी बाधाएं पैदा कीं जिससे अर्थव्यवस्था ही रुक गई। जब 2014 में एनडीए सरकार ने सत्ता संभाली, तो अर्थव्यवस्था ना केवल खराब स्थिति में थी, बल्कि संकट में थी। हमें 10 सालों से कुप्रबंधित अर्थव्यवस्था को ठीक करने और इसके बुनियादी सिद्धांतों को सुदृढ़ रूप से बहाल करने की जटिल चुनौती का सामना करना पड़ा। तब, हम ‘नाज़ुक पांच’ अर्थव्यवस्थाओं में से एक थे। अब, हम ‘शीर्ष पांच’ अर्थव्यवस्थाओं में से एक हैं, जो हर साल वैश्विक विकास में तीसरा सबसे बड़ा योगदान देते हैं।

NDA ने G20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी की

श्वेत पत्र में जिक्र किया कि, ‘यूपीए शासनकाल में हमारे यहां घोटालों से भरे 12 दिवसीय राष्ट्रमंडल खेल आयोजित हुए; अब, हमने 2023 में एक बहुत बड़े और साल भर चलने वाले G20 शिखर सम्मेलन की सफलतापूर्वक मेजबानी की, जिसमें भारत ने सामग्री, सर्वसम्मति और लॉजिस्टिक्स के मामले में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए, वैश्विक समस्याओं के स्वीकार्य समाधान प्रदान किए।’

 आत्मविश्वास-उद्देश्य ने ली अविश्वास-नकारात्मकता की जगह

श्वेत पत्र में लिखा गया है कि 10 साल पहले हमारे देश में मंहगाई और विदेशी मुद्रा संकट था। अब, हमारे पास 620 अरब अमेरिकी डॉलर से अधिक का रिकॉर्ड विदेशी मुद्रा भंडार है। पहले हमारी अर्थव्यवस्था ‘दोहरी बैलेंस शीट समस्या’ का सामना कर रही थी। अब, हमने अर्थव्यवस्था और कंपनियों के साथ-साथ बैंकिंग क्षेत्र को भी ‘दोहरे बैलेंस शीट से लाभ’ की ओर मोड़ दिया है, जिसमें निवेश और ऋण बढ़ाने और रोजगार पैदा करने की पर्याप्त क्षमता है।

हमारी सरकार के दस वर्षों में हासिल की गई प्रगति ने यूपीए सरकार के पिछले दस वर्षों के आर्थिक कुप्रबंधन से हुई गड़बड़ियों को  दूर कर दिया है। 2024 में, आत्मविश्वास और उद्देश्य ने 2014 के अविश्वास और नकारात्मकता की जगह ले ली है। 

ये भी पढ़ें- बीजेपी जानती है कब किसे बेईमान कहना है और किसको खरीदना है- अखिलेश यादव

Hindi Khabar App: देश, राजनीति, टेक, बॉलीवुड, राष्ट्र, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल, ऑटो से जुड़ी ख़बरो को मोबाइल पर पढ़ने के लिए हमारे ऐप को प्ले स्टोर से डाउनलोड कीजिए. हिन्दी ख़र ऐप

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *